बांसवाड़ा. कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी का ट्रैक्टर खरीदने के मामले में एक बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और दो ट्रैक्टर जब्त किए हैं. मामले में तीन अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. पूर्व में जिन दो आरोपियों को मौके से पकड़ा गया था, उनमें से एक गिरोह का सदस्य ना होकर किसान था.
शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि पिछले साल 2 दिसंबर को उमेश पंड्या नाम के एक व्यापारी ने कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई. इसमें बताया कि वह महिंद्रा कंपनी का बांसवाड़ा में अधिकृत डीलर है. रिपोर्ट में बताया कि उनके यहां से डाउन पेमेंट जमा करा कई ट्रैक्टर एक गिरोह ने उठा लिए. उसके बाद इन ट्रैक्टरों को गायब कर दिया. उसी गिरोह के कुछ सदस्य ट्रैक्टर शोरूम पर आए और ट्रैक्टर खरीदने की बातचीत करने लगे. इसी दौरान शोरूम के एक कर्मचारी ने आरोपियों में से एक को पहचान लिया और बताया कि यह तो पहले भी ट्रैक्टर गायब कर चुका है.
इस पर मौके पर दो युवकों को पकड़ लिया और अन्य फरार हो गए. पकड़े गए आरोपियों में दिनेश और जीवनलाल है. दोनों जामली पीपलखूंट के रहने वाले हैं. पुलिस ने जब प्रकरण दर्ज कर लिया और पूछताछ शुरू की तो पता चला कि इससे पहले आरोपी पांच ट्रैक्टर गायब कर चुके हैं. पुलिस ने एक आरोपी अरनोद निवासी शंकर पुत्र गौतम को गिरफ्तार किया है. आरोपी की निशानदेही पर दो ट्रैक्टर जब्त कर लिए गए हैं. अभी भी गिरोह के तीन सदस्यों की तलाश जारी है.
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शहर कोतवाल ने बताया कि आरोपी जिसको ट्रैक्टर की आवश्यकता होती, उसे बांसवाड़ा लेकर आते और उसी से डाउन पेमेंट (Fraud by down payment of tractor in Banswara) करवाते. फर्जी दस्तावेज के जरिए ट्रैक्टर उठा लेते और टैक्टर उठने के बाद किसान से खुद ही राशि लेकर हड़प जाते थे.