बांसवाड़ा. जमीन विवाद में एक युवक की हत्या के मामले में कोर्ट ने चारों आरोपियों को दोषी करार दिया है. कोर्ट ने दो अभियुक्तों को आजीवन कारावास सुनाया. वहीं उनके दो अन्य सहयोगियों को कठोर कारावास से दंडित किया है.
यह बहुचर्चित मामला साल 2013 का है. 7 साल पहले जगतपुरा गणपति चौक, मंदसौर निवासी प्रदीप पुत्र ओम प्रकाश सोनी की अज्ञात लोगों ने प्रतापगढ़ के पास निर्मम तरीके से हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए शव को जलाकर सदर थाना अंतर्गत चिड़िया वासा के पास फेंक गए थे. प्रदीप का प्रतिक भंडारी, नंद किशोर फुलवानी, गोपाल ग्वाला और दशरथ से प्रॉपर्टी विवाद चल रहा था. जिसे लेकर इन लोगों ने उसे बातचीत के लिए 10 अक्टूबर 2013 को बुलाया था, जहां प्रतापगढ़ के पास माल्या खेड़ा में उसकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी और अपने अपराध को छुपाने के लिए शव लेकर घूमते रहे.
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अधिवक्ता जितेंद्र सिंह सिसोदिया के अनुसार बाद में इन लोगों ने प्रदीप का शव पेट्रोल से जला दिया और चिड़िया वासा के पास फेंककर उदयपुर निकल गए. शव के पास मिले एटीएम के आधार पर उसकी शिनाख्त हो पाई. पुलिस ने इन चारों को खिलाफ प्रकरण दर्ज करते हुए न्यायालय में चालान पेश किया.
शनिवार शाम सुनाए गए फैसले में अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुलदीप सूत्रकार ने प्रतिक भंडारी और नंदकिशोर को आजीवन कारावास और गोपाल और दशरथ को 7-7 साल का कठोर कारावास सुनाया है.