बांसवाड़ा. वागड़ अंचल में नव स्थापित गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय नया इतिहास रचने जा रहा है. विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह 23 दिसंबर को होने जा रहा है. कार्यक्रम में कुलाधिपति कलराज मिश्र के आगमन की स्वीकृति मिल गई है.
इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन समारोह के आयोजन की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है. विश्वविद्यालय की स्थापना साल 2016 में की गई थी. ऐसे में पहला दीक्षांत समारोह भव्य होने के साथ ही कार्यक्रम के गरिमामय आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी गई है.
बता दें कि कुलाधिपति कलराज मिश्र के अलावा राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी भी आ रहे हैं. वहीं, दीक्षांत समारोह संबोधन के लिए इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर नागेश्वर राव के आने की भी पुष्टि हो गई है. गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर कैलाश सोडाणी के अनुसार समारोह के दौरान साल 2016, 2017 और 2019 में सर्वोच्च अंको से स्नातकोत्तर करने वाले विद्यार्थियों को कुलाधिपति गोल्ड मेडल से सम्मानित करेंगे.
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वहीं, ऐसे 24 विद्यार्थियों को सेलेक्ट किया गया है. कार्यक्रम जिला खेल स्टेडियम में होगा. जिसके आयोजन की तमाम तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. बता दें कि इस विश्वविद्यालय के अंतर्गत डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ के राजकीय और गैर राजकीय करीब 120 से अधिक महाविद्यालय आते हैं और सवा लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययनरत है.