बांसवाड़ा. कोरोना वायरस से निपटने के लिए सरकार विभिन्न तरह के कदम उठा रही है. मार्केट में मास्क और सैनिटाइजर की कमी दिख रही है. जिसका फायदा उठाने के लिए नकली सैनिटाइजर भी मार्केट में बिक रहे हैं. इसको रोकने के लिए प्रशासन ने एक स्पेशल टीम गठित की है. शुक्रवार को टीम ने एक नकली सैनिटाइजर बनाने की फैक्ट्री का खुलासा किया.
प्रशासनिक टीम को नकली सैनिटाइजर बनाने को लेकर सूचना मिली थी. जिस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने टीम गांधी मूर्ति सर्कल स्थित श्रीजी केमिकल नाम से संचालित फर्म के गोदाम पर छापा मारा. जहां पर टीम को भारी मात्रा में सैनिटाइजर बनाने वाली सामग्री मिली. जब इस संबंध में संचालक दीपक मेहता को बुलाया गया तो वह जवाब नहीं दे पाया.
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मौके से 100 एमएल की 68, 500 एमएल की 14 सैनिटाइजर बोतल के अलावा सेनिटाइजर बनाने के काम आने वाली सामग्री को भी जब्त कर लिया गया. इन पर न कोई ट्रेडमार्किंग की और न ही सोल्ट और ब्रांड आदि का उल्लेख था. प्रवर्तन निरीक्षक सोहन सिंह ने इस बारे में मौके पर एक ग्राहक से भी बातचीत की, जिसमें सामने आया कि सैनिटाइजर की कमी का फायदा उठाते हुए 100 एमएल की बोतल 60 रुपये तक में बेची जा रही थी.
इस संबंध में कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी गई है. वहीं माप तोल और औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा भी मामले की अलग से जांच की जा रही है. जिला कलेक्टर कैलाश बेरवा के निर्देश पर जिला रसद अधिकारी हजारीलाल अलोरिया के निर्देशन में निरीक्षक सोहन सिंह विधिक माप एवं विज्ञान अधिकारी अशोक कुमार मित्तल और ड्रग इंस्पेक्टर विशाल जैन की एक टीम लगातार मेडिकल स्टोर पर जांच कर रही है.
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शहर के अन्य कई मेडिकल स्टोर पर भी इसकी आपूर्ति किए जाने की भी बात सामने आई. कोतवाली थाना प्रभारी भैया लाल आंजना पुलिस टीम के साथ पहुंचे. पुलिस की देखरेख में आवश्यक कार्रवाई के बाद टीम द्वारा कोतवाली में श्रीजी केमिकल फर्म के संचालक मेहता के खिलाफ रिपोर्ट दी गई. कोतवाल आंजना के अनुसार रिपोर्ट के अनुसार मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.