बांसवाड़ा. जिले के कुशलगढ़ में कोरोना वायरस के रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन अगली रणनीति पर कदम रख चुका है. हालांकि शहर तक वायरस अपनी पहुंच नहीं बना पाया है, लेकिन किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किया गया है. जिला चिकित्सालय को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किया जा रहा है. वहीं कुल 160 बेड के आइसोलेशन वार्ड में प्रारंभिक तौर पर आवश्यक हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है.
सबसे सुखद बात यह है कि जब से कोरोना की खबरें शुरू हुई ओपीडी में आने वाले लोगों की संख्या कई गुना घट गई. लॉकडाउन के बाद तो जिला चिकित्सालय में मरीज कम स्टाफ और सुरक्षा गार्डों को छोड़कर सन्नाटा पसरा नजर आता है. वहीं कुल मिलाकर बहुत जरूरी होने पर ही लोग हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं.
सामान्य वार्डो पर भार कम होने के साथ ही जिला प्रशासन को भविष्य के लिए उठाए गए कदमों पर ज्यादा कोई दिक्कत नहीं आई है. हॉस्पिटल के आगे वाले पार्ट में आने वाले मेल फीमेल मेडिकल वार्ड, ट्रॉमा वार्ड, शिशु वार्ड आदि को पीछे आने वाले हिस्से में शिफ्ट कर दिया गया है. इसके साथ ही वार्ड की साफ-सफाई के अलावा सैनिटाइजेशन करवा कर तैयार कर दिया गया है.
फिलहाल शहर में कोई पॉजिटिव रोगी नहीं मिला है और संदिग्ध लोगों को भी आइसोलेटेड करने के लिए 5 बेड का 1 वार्ड चल रहा है. जहां डॉक्टरों की एक टीम के अलावा लगभग एक दर्जन नर्सिंग कर्मियों को रखा गया है.
कर्मचारियों को अलग रखा जा रहा
स्पेशल आइसोलेशन वार्ड में जिन-जिन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, उनके रहने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अलग से व्यवस्था की गई है. वार्ड में संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया जाता है. ऐसे में संक्रमण को रोकने के लिए स्टॉफ को एक वाटिका में अलग-अलग कमरे उपलब्ध कराए गए हैं.
डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ के खाने-पीने और रहने की वाटिका में ही व्यवस्था कर दी गई है. प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नंदलाल चरपोटा के अनुसार भविष्य में उपजने वाली किसी भी प्रकार की समस्या से निपटने के लिए हमने जिला चिकित्सालय में ही 160 बेड का कोविड-19 नाम से हॉस्पिटल तैयार कर दिया है. साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन के अलावा जो भी जरूरी सुविधाएं हैं, उपलब्ध करा दी गई हैं.