बांसवाड़ा. किसान कर्ज माफी योजना में गड़बड़ी की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. लीमथान लैंप्स में किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से ऋण ले लिया गया और सरकार की स्कीम के तहत माफ भी हो गया. इस मामले को लेकर किसान शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन दिया.
ग्रामीणों की मानें तो सोसायटी प्रबंधन द्वारा सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए किसानों से आधार कार्ड और राशन कार्ड ले लिए गए और खाली कागजों पर साइन करवा दिए गए. किसानों से कहा गया कि इससे उनकी पुरानी बात माफ हो जाएगी और आर्थिक सहायता भी मिल सकेगी. जिला कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में प्रभावित काश्तकारों ने आरोप लगाया कि छल-कपट कर उनके नाम से ऋण ले लिया गया और राज्य सरकार की योजना के अंतर्गत माफ भी हो गया. सारी प्रक्रिया ऑफलाइन होने के कारण उन्हें पता नहीं चला. ऋण माफी में उनके नाम सामने आने के बाद ऑनलाइन चेक किया गया.
एक ही मोहल्ले के 28 लोगों के नाम करीब 16 लाख रुपये का ऋण माफ होना सामने आया है. इसके बाद प्रभावित काश्तकार शिकायत लेकर फरवरी में जिला कलेक्टर के पास पहुंचे और मामले की जांच करवाने की गुहार लगाई. चौंकाने वाली बात यह है कि जिला प्रशासन जांच नहीं करवा पाया और ग्रामीणों को फिर से कलेक्ट्रेट पहुंचना पड़ा. प्रभावित काश्तकारों में शामिल हीरा लाल निनामा के अनुसार एक ही मोहल्ले में करीब 16 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा हुआ है. ऐसे में यदि पूरी पंचायत के मामलों की जांच की जाए तो घोटाले का यह आंकड़ा और कई गुना बढ़ सकता है.