कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). कोरोना का संक्रमण कुशलगढ़ कस्बे के लिए आफत बना हुआ है. बुधवार को और दो लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने से कुशलगढ़ की परेशानी बढ़ गई है. इनके अलावा 63 अन्य लोगों के नतीजे लंबित हैंं.
इस बीच कस्बे में कर्फ्यू की सख्ती से पालन कराने मेंं प्रशासन लगा हुआ है. चिकित्सा विभाग की टीमों में और इनका इजाफा किया गया. सीएमएचओ डॉ. हीरालाल ताबीयार के अनुसार अब तक कुल 183 सैंपल लिए हैं, जिनमें से कुशलगढ़ के ही अब तक 12 पॉजिटिव आए हैं. वही 108 की नेगेटिव रिपोर्ट हैंं. जिनमें 63 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी हैंं.
ऐसे में केवल कुशलगढ़ कस्बे को फोकस किया जा रहा है. आरआरटी की टीम भी कुशलगढ़ में है बुधवार को भी इन लोगों के सम्पर्क में आए लोगों के सैंपल लेने में जुटी हुई हैं. कुशलगढ़ की धरातलीय स्थिति जानने को संभागीय आयुक्त विकास भाले कुशलगढ़ पहुंचे. उन्होंने जिला कलेक्टर एवं प्रशासनिक अधिकारियों से हालात जानने के बाद पुलिस व्यवस्थाओं की समीक्षा की.
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उन्होंने कर्फ्यू की सख्ती से पालना करवाने के साथ आमजन को दैनिक उपयोग का सामान लेने में असुविधा नहीं हो, इसका भी ध्यान रखने के निर्देश दिए. संभागीय आयुक्त ने चुड़ादा में बने क्वॉरेंटाइन सेंटर का भी निरीक्षण किया और दिशा निर्देश दिए.
साथ ही नवकार गार्डन में नए बनाए 20 बेड के वार्ड का भी निरीक्षण किया. पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने बताया कि एक सकारात्मक संकेत यह भी है कि संक्रमण अभी सिर्फ एक समुदाय में और सीमित क्षेत्र में हैंं. अभी यहां प्रतिदिन 50 सैंपल लिए जाने की व्यवस्था की है.
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फिलहाल टीमेंड़ा, झिकली और चुड़ादा में 220 बैड के क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाए हैं. कलेक्टर को कस्बे के सभी स्कूल हॉस्टल तैयार रखने के निर्देश दिए हैं. अब जरूरत पर उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया जाएगा. उन्होंने बताया कि कस्बे में मुख्य रूप से कोरोना मुंबई से आना प्रतीत होता है. अभी यह एक ही वार्ड 12 में ही है. हालांकि कर्फ्यू पूरे कस्बे में है, परंतु मुख्य रूप से वार्ड 11 और 12 पर ही फोकस हैं, इसलिए बिना स्क्रीनिंग के किसी के भी प्रवेश और बाहर निकलने पर प्रतिबंध है.