बांसवाड़ा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ करीब 1 घंटे तक झेर गांव में रहे. यहां जनसभा के बाद रवानगी से पहले सीएम गहलोत मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए, लेकिन शराबबंदी के सवाल पर किनारा कर गए.
जनसभा के बाद मुख्यमंत्री गहलोत ने मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अपनी निरोगी राजस्थान योजना का महत्व बताते हुए कहा कि यह योजना देश में अपनी तरह की पहली योजना होगी जोकि हमारा एक बड़ा सपना है. इस बीच प्रदेश में शराबबंदी की चर्चाओं के संबंध में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री किनारा कर गए और बिना कोई जवाब दिए वहां से रवाना हो गए.
वहीं, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हाथ से जिले के बागी दौरा और कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में होने वाले एनीकट के शिलान्यास और आईटीआई भवन के लोकार्पण कार्यक्रम ऐन वक्त पर फिसल गए. मुख्यमंत्री गहलोत और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी इन दोनों ही कार्यक्रमों के लिए शाम करीब 4:00 बजे पहुंचे. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही चुनाव आयोग ने पंचायती राज चुनाव के लिए आचार संहिता लागू कर दी.
पढ़ें- आचार संहिता के चलते CM नहीं कर पाए शिलान्यास और लोकार्पण, जनसभा में जताया खेद
ऐसे में मुख्यमंत्री ने अपने स्तर पर दोनों कार्यक्रम निरस्त कर दिए और केवल जनसभा को संबोधित किया. वहीं, उसके बाद झेर गांव में अनास नदी पर करीब 19 करोड़ 65 लाख की लागत से निर्मित होने वाले एनीकट और सज्जनगढ़ में नवनिर्मित आईटीआई भवन के शिलान्यास कार्यक्रम भी निरस्त कर दिया गया.