बांसवाड़ा. पिछले विधानसभा चुनाव में डूंगरपुर में 2 विधानसभा सीट जीतकर सबको चौंकाने वाली नई भारतीय ट्राइबल पार्टी को लेकर बीजेपी के स्थानीय नेताओं में टेंशन है. उनका कहना है कि वागड़ संवेदनशील इलाका है इस वजह से वहीं के लोग बीटीपी के झांसे में आ गए.
ईटीवी भारत से विशेष मुलाकात में मावली विधायक जोशी ने कहा कि बीटीपी ने समाज को सोने का दुकान किया है हम फिर से कोशिश कर क्षेत्र की जनता को समाज से जोड़कर उन्हें मुख्यधारा में लाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि जितना काम भारतीय जनता पार्टी ने इस क्षेत्र के लिए किया है उतना शायद ही किसी अन्य पार्टी ने किया होगा. उन्होंने कहा कि हम झूठे वायदे नहीं करते. चुनाव के बाद उनका झूठ सामने आ गया है इसलिए लोकसभा चुनाव में बीटीपी का ज्यादा प्रभाव नहीं रहेगा.
एक सवाल के जवाब में भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारा प्रत्याशी तय हो गया है. प्रत्याशी हमारा कमल का निशान है और जहां तक मैं सोचता हूं इस महीने के अंत तक प्रत्याशियों की घोषणा हो जाएगी. अभी हमारा प्रत्याशी कमल का निशान और मोदी जी का चेहरा है. डूंगरपुर द्वारा मौका मांगे जाने के सवाल पर सीधा कोई जवाब देने से बचते हुए मेवाड़ के प्रमुख नेता ने कहा कि कैंडिडेट तय होने से पहले तक लोकतंत्र में सबको दावेदारी करने का हक है. उन्होंने कहा कि टिकट मांगो ताकत से मांगो, पूरी शक्ति लगा दो. हमारे यहां कांग्रेस की तरह डूंगरपुर और बांसवाड़ा को लेकर कोई भेद नहीं है.
बता दें, बीटीपी डूंगरपुर बांसवाड़ा में तेजी से पांव पसार रही है. हालांकि, स्थानीय नेता इसे सामाजिक संगठन मानते हुए समाज को तोड़ने वाला संगठन मान रहे हैं. लेकिन, एक बात तय है कि दोनों ही दलों के स्थानीय नेता बीटीपी के निरंतर बढ़ते जनाधार को लेकर चिंतित हैं.