बांसवाड़ा. कोरोना महामारी के बीच किसानों को गेहूं की खरीदारी से राहत मिली है, थ्रेशिंग के बाद काश्तकार लॉकडाउन के चलते अपनी पैदावार को घर लेकर बैठने को मजबूर थे. आखिरकार सरकार द्वारा खरीद केंद्रों पर समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद शुरू किए जाने के साथ ही किसानों के कदम खरीद केंद्रों की ओर बढ़ने लगे हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग सहित लॉकडाउन के मापदंडों की पालना के अंतर्गत खरीदारी की सारी प्रक्रिया ऑनलाइन निपटाई जा रही है. बांसवाड़ा जिले में इसके लिए 7 केंद्र स्थापित किए गए हैं जहां पर पिछले 3 दिन में 12000 क्विंटल से अधिक गेहूं की खरीदारी हो चुकी है. जिले में बांसवाड़ा कृषि उपज मंडी में खरीदारी का जिम्मा राजफेड को सौंपा गया है. वहीं छींच बागीदौरा गढ़ी प्रतापपुर सहित छह अन्य केंद्रों पर खरीदारी का काम भारतीय खाद्य निगम की ओर से किया जा रहा हैं.
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ऑनलाइन आवेदन
खरीद केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखने के लिए सारी खरीद प्रक्रिया ऑनलाइन रखी गई हैं. किसान ई मित्र और मोबाइल के जरिए अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं और अब तक बड़ी संख्या में किसानों ने अपना माल बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन करवा दिया है. एफसीआई हो राजफेड किसानों को पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर संबंधित केंद्रों से माल दिलवाने के मोबाइल पर सूचना दी जा रही है, ताकि किसानों की ज्यादा भीड़भाड़ को रोका जा सके.
3 दिन में 12000 क्विंटल
इन सभी सात केंद्रों पर पिछले 3 दिन में 12091 क्विंटल गेहूं की खरीदारी की जा चुकी है. प्रत्येक केंद्र पर ढाई सौ से लेकर 800 क्विंटल तक प्रतिदिन खरीददारी का मापदंड तय किया गया है. उन्नीस सौ रूपए 25 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर की जा रही गेहूं की खरीदारी में अगले कुछ दिनों में और भी तेजी आने की संभावना है. किसान के अनुसार 1 दिन बाद ही उपज देकर मुझे बुला लिया गया. ऑनलाइन आवेदन में भी ज्यादा कोई दिक्कत नहीं आई और फोन से ही अप्लाई कर दिया गया. कृषि उपज मंडी बांसवाड़ा के सचिव जितेंद्र यादव ने बताया कि खरीद प्रक्रिया शुरू हो गई है और हर एक केंद्र पर किसान पहुंच रहे हैं. खरीदारी के दौरान सोशल डिस्टेंस को मेंटेन किया जा रहा हैं.