बांसवाड़ा. बांसवाड़ा विधायक और जनजातीय मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने सनसनीखेज बयान दिया है. उनका कहना है कि हम भाग्यशाली हैं जो हमारा एक ही पेपर लीक हुआ है. बामणिया शनिवार को जयपुर से बांसवाड़ा लौटे. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कांस्टेबल भर्ती (Arjun Singh Bamnia on constable recruitment exam) को लेकर कहा कि कई राज्यों में कई सारे पेपर लीक हो जाते हैं. हम तो सौभाग्यशाली हैं कि हमारे यहां तो तीन चार पेपर में से एक ही लीक हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने गणेश घोघरा प्रकरण पर भी खुलकर अपनी बात रखी
बांसवाड़ा विधायक और जनजातीय उपयोजना मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया शनिवार को बांसवाड़ा लौटे. दोपहर में सर्किट हाउस पहुंचे तो कांस्टेबल भर्ती परीक्षा (constable recruitment exam paper leak case) का पेपर लीक होने के प्रकरण पर बामणिया ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे दो-तीन पेपर में से एक ही लीक हुआ है. पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. उनकी संपत्ति जप्त की जाएगी. मुख्यमंत्री ने वादा किया है कि विधानसभा में इस संबंध में कानून भी लाया जाएगा. उन्होंने कहा आने वाले दिनों में अन्य प्रदेशों के मुकाबले हमारे यहां पेपर लीक की घटनाएं बहुत कम होंगी.
गणेश घोघरा का गर्म खून है, उत्तेजना में दिया इस्तीफा
डूंगरपुर के विधायक और यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष की ओर से इस्तीफा देने के मामले में उन्होंने कहा कि घोघरा का गर्म खून है. उत्तेजना में उन्होंने इस्तीफा दे दिया है. उनसे मिलकर बात करेंगे यह हमारे कांग्रेस परिवार के अंदर का मामला है. इसे जल्द सार्ट आउट कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भावुकता वश घोघरा ने इस्तीफा दिया है. उनसे बातचीत की जाएगी.
दिनेश खोडनिया ने कभी टिकट नहीं मांगा, मांगते हैं तो उनका हक
मंत्री बामणिया ने यह भी कहा कि बात कुछ भी हो दिनेश खोड़निया को मालूम है कि पूरे जनजातीय क्षेत्र में वार्ड पंच से लेकर एमपी तक सभी सीटें रिजर्व हैं. विधायक जिला परिषद सभी सीटों पर हमारा कब्जा है. दिनेश खोड़निया पार्टी के समर्पित व्यक्ति हैं. यदि वह टिकट मांगते हैं तो वह उनका हक है. टिकट दिलाना यह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का दायित्व है. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को ऐसे व्यक्ति को टिकट देना चाहिए जो पूरे उदयपुर संभाग को साथ लेकर चल सकता है. बताते चलें इससे पूर्व बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट से विधायक और जल संसाधन मंत्री महेंद्र जीत सिंह मालवीया ने खोड़निया को टिकट देने की वकालत की थी.
इसलिए गरमाया यह मुद्दा
डूंगरपुर से विधायक गणेश घोघरा ने किन्हीं कारणों के चलते विधायक पद से इस्तीफा भेज दिया है. ऐसे में पूरे आदिवासी अंचल में माहौल बनने लगा है कि घोघरा चाहते हैं कि आदिवासी क्षेत्र का व्यक्ति ही राज्यसभा के लिए इस क्षेत्र से नामित किया जाए. जबकि पार्टी के कुछ नेता व वरिष्ठ पदाधिकारी डूंगरपुर के कांग्रेस जिला अध्यक्ष दिनेश खोड़निया जो कि जैन समाज से आते हैं, उनको राज्यसभा में भेजना चाहते हैं.