बांसवाड़ा. बंदूक से अचानक गलती से चली गोली एक महिला के पैर में आर पार हो गई. घटना रविवार देर शाम की है. गोली लगने की जानकारी होते ही परिवार वाले महिला को जोकड़ी माल गांव से सीधे एमजी अस्पताल लेकर आए जहां पर फिलहाल उसका उपचार किया जा रहा है.
महात्मा गांधी अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. थावरचंद मीणा ने बताया कि जोकड़ी माल निवासी महिला काली को गंभीर स्थिति में रविवार शाम को एमजी अस्पताल में लाया गया. महिला के पैर में गोली लगी थी जिससे गोली के छर्रे उसके पैर के आर पार हो गए. महिला के पैर में एक तरफ से दूसरी तरफ के दो घाव थे. उन्होंने बताया कि फिलहाल महिला को ब्लड भी चढ़ाया जाएगा और एक छोटा सा ऑपरेशन कर छर्रे को निकाल दिया गया है. महिला को पूरी तरह ठीक होने में लंबा वक्त लगेगा.
बारिश आने पर बंदूक रखने गई थी, बंदूक और महिला दोनों गिरी
महिला के साथ आए उसके देवर कैलाश ने बताया कि घटना रविवार शाम की है. गांव में अचानक बूंदाबांदी होने लगी. इस कारण उसकी भाभी घर के बाहर रखी बंदूक को घर के अंदर रखने जा रही थी. इसी दौरान देहरी पार करते समय उसकी भाभी और बंदूक दोनों जमीन पर गिर गए. बंदूक की गोली उनके पैर में लगी. बंदूक की आवाज सुनकर आस-पास के लोगों ने उन्हें खेत पर चिल्ला कर बुलाया इसके बाद वे आए और भाभी को एमजी अस्पताल लेकर पहुंचे.
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टोपीदार बंदूक से हुआ फायर
बता दें कि आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा जिले में बड़ी संख्या में आज भी आदिवासी परिवारों के पास टोपीदार बंदूक होती है. जिनके पूर्व में लाइसेंस भी जारी हुए हैं और ये भी लाइसेंस शुदा बंदूक है. टोपीदार बंदूक में नाल की तरफ से बारूद भरकर उसे ठोका जाता है जिससे ये लोड होती है और फिर चलाई जाती है. पहले इन बंदूकों का इस्तेमाल जानवरों का शिकार करने में होता था पर अब ये केवल शोपीस बनकर रह गई है या फिर यदा-कदा खुशी या गम में इनका इस्तेमाल होता है.