बांसवाड़ा. महात्मा गांधी अस्पताल में रविवार शाम को उस समय हंगामा हो गया जब अचानक से एक महिला की मृत्यु हो गई. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ की लापरवाही की वजह से बच्चे को जन्म देने के महज 12 घंटे बाद ही उसकी (महिला) मृत्यु हो गई है. हंगामे की जानकारी मिलने का अस्पताल चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कोतवाली पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को अस्पताल की मॉर्चरी में रखवा दिया है. साथ ही बताया कि इस मामले में परिजन जो भी रिपोर्ट देंगे उसी के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी.
महात्मा गांधी अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार भूदानपुरा निवासी नरेश ने अपनी पत्नी उषा को शनिवार रात में अस्पताल में भर्ती कराया था. उषा ने अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए रविवार सुबह 6:00 बजे एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया था. उसके बाद रविवार शाम करीब 6:00 बजे अचानक उसकी मृत्यु हो गई. उसके पति नरेश ने डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. वहीं अस्पताल में मौजूद ड्यूटी डॉक्टर और नर्स ने बताया कि जो उपचार लिखा गया था वह पूरा दिया गया है. हमारी तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई है.
परिजन बोले खाली सिलेंडर हमारे पास ला कर रखा : मृतका के भाई और पति ने बताया कि जब Gसकी सांसें उखड़ने लगी तब हमने नर्सिंग स्टाफ को बताया और बोतल भी बदलने के लिए कहा. नर्सिंग स्टाफ ने खाली सिलेंडर हमारे पास लाकर रख दिया. फिर उसकी चाबी ढूंढने में ही आधा घंटा लगा दिया. इसके बाद हमारी कोई बात नहीं सुनी ऐसे में उषा की मृत्यु हो गई.
7 माह पहले हुई थी शादी : मृतक महिला के पति ने बताया कि उसने प्रेम विवाह करीब 7 माह पहले किया था. जबकि उसका प्रेम संबंध वर्षों से चल रहा था. उसने यह भी बताया कि इस प्रेम विवाह के लिए दोनों ही परिवार राजी होने के बाद ही उसकी शादी हुई. इधर अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी है कि ड्यूटी डॉक्टर अमित बघेरिया और कीर्ति जैन थे. उनसे आज सोमवार को पूछताछ कर जानकारी ली जाएगी कि पीड़िता की क्या मेडिकल हिस्ट्री रही है.
रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई : कोतवाली पुलिस ने बताया कि परिजन जैसी भी रिपोर्ट देंगे. उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. आज सोमवार को मेडिकल टीम से मृतका का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. जिससे मृत्यु की सही वजह पता चल सके.