अलवर. जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में रेलवे फाटक के पास देव कॉलोनी में मकान की दीवार गिरने से मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया. काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने मजदूर को मलबे से निकाला गया. उसके बाद गंभीर अवस्था मे मजदूर को रामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार के बाद अलवर रेफर कर दिया. यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
दरअसल, रामगढ़ कस्बे के रेलवे फाटक के पास देव कॉलोनी में खेत की बाउंड्री करने के लिए खुदी जा रही नींव ने एक बड़े हादसे को न्योता दे दिया, क्योंकि पास में बने पुराने मकान की दीवार अचानक गिर गई दीवार के पास खुदी नींव भराई का कार्य कर रहे मजदूर दीवार के नीचे दब गया. पास में रह रहे ग्रामीणों ने जेसीबी की मदद से लगभग आधे घंटे बाद दबे मजदूर को बाहर निकाला, जिसे एंबुलेंस की मदद से रामगढ़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. जहां पर मौजूद डॉक्टरों ने मजदूर की गंभीर हालत को देखते हुए अलवर रेफर कर दिया. लेकिन यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
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मकान मालिक रिसपाल शर्मा ने बताया कि अमरजीत सिंह ने कॉलोनी के पास खेत खरीदा था, जिसके चारों तरफ बाउंड्री करने का कार्य चल रहा था. उसको हम लोगों ने पहले ही कहा था कि जो मकानों के पास बनी दीवार हैं, नींव खुदाई के कारण गिर सकती हैं. इसलिए कुछ जगह छोड़ कर यदि नींव खोदी जाए तो हादसा नहीं होगा. लेकिन अमरजीत सिंह बिल्कुल नहीं माने. जेसीबी की मदद से बने मकानों के पास बाउंड्री करने के लिए नींव खोदने का कार्य शुरू कर दिया.
जिसका नतीजा यह निकला दीवार के नीचे खुदाई होने के कारण दीवार अचानक गिर गई, जिसमें मजदूर रसीद पुत्र संपत निवासी बडोद दब गए. बड़ी मशक्कत के बाद मजदूर को मलबे से बाहर निकाला गया. उसकी हालत गंभीर थी, आधे घंटे दबे रहने के कारण मजदूर को सांस लेने में बहुत दिक्कत आ रही थी. घटना की सूचना पर थानाधिकारी सुरेंद्र कुमार पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंचे. इस घटना को लेकर ग्रामीणों में भारी आक्रोश है, क्योंकि कॉलोनी के पास खाली खेत में बच्चे भी खेलते हैं. यदि दोबारा से कोई घटना हो गई तो उसका जिम्मेदार कौन होगा.