मुंडावर (अलवर). क्षेत्र के गांव सिरोडखुर्द के वाशिंदों ने गुरुवार को सड़क निर्माण को लेकर पीडब्ल्यूडी विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई-3 योजना के तहत बन रहे मुंडावर से सिरोडखुर्द वाया सरायकलां सड़क मार्ग को मनमानी तरीके से सिरोड़कलां की ओर ले जाने का आरोप लगाया. इसको लेकर ग्रामीणों ने उपखण्ड अधिकारी और जिला कलेक्टर को पत्र सौंप कर कार्रवाई की मांग की.
ग्रामीणों ने बताया कि करीब तीन महीना पहले गांव के एक समारोह के दौरान स्थानिय सांसद बालकनाथ योगी से मुंडावर-सिरोडखुर्द गांव तक सड़क मार्ग बनवाने की मांग की गई थी, जिस पर सांसद बालकनाथ योगी ने ग्रामीणों को शीघ्र सड़क निर्माण का आश्वासन दिया था. जिसके बाद सांसद और विधायक मंजीत चौधरी के प्रयासों से मुंडावर से सिरोडखुर्द वाया सरायकलां सड़क मार्ग की स्वीकृति मिली थी.
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ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि निर्माणाधीन सड़क मार्ग के शिलान्यास पत्थर से लेकर सड़क मार्ग के रास्ते पर लगे बोर्ड, साथ ही सिरोड़कलां गांव में भी बोर्ड मुंडावर से सिरोडखुर्द वाया सरायकलां गांव तक लिखा हुआ है, लेकिन पीडब्ल्यूडी विभाग ने मनमानी करते हुए यह सड़क मार्ग सिरोडखुर्द तक नहीं बनाकर इसे सिरोड़कलां की ओर बना रहा है. इसको लेकर ग्रामीणों ने जब इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने जवाब दिया कि सड़क मार्ग बनने से पूर्व ही सर्वे में सिरोड़कलां तक ये सड़क मार्ग बनना था और सर्वे के अनुसार ही सड़क मार्ग बनाया जा रहा है.
ग्रामीणों के आरोप पर पीडब्ल्यूडी की सहायक अभियंता नीलम पुनियां का कहना है कि सड़क मार्ग की स्वीकृति से पूर्व सर्वे में मुंडावर से सिरोड़कलां तक का सर्वे रिपोर्ट तैयार किया गया था. मुंडावर से सिरोडखुर्द वाया सरायकलां तक दूरी करीब आठ किलोमीटर है, जबकि स्वीकृत और निर्माणाधीन सड़क मार्ग करीब 11 किलोमीटर लंबा बन रहा है. सिरोडखुर्द पास में पड़ता है इसलिए बोर्ड पर सिरोडखुर्द गांव का नाम लिखा गया है.
उल्लेखनीय है कि पीएमजीएसवाई-3 योजना के तहत करीब 430 लाख रुपए की लागत से 04 जनवरी 2021 को विधायक मंजीत चौधरी और पीडब्ल्यूडी के उच्चाधिकारियों की मुंडावर से सिरोडखुर्द वाया सरायकलां सड़क मार्ग का शिलान्यास किया गया था.