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अलवर के इस पशु अस्पताल में चिकित्सकों की तैनाती, फिर भी रहते हैं गैरहाजिर

अलवर जिले के बहरोड़ उपखण्ड के पशु चिकित्सालय में चिकित्सकों की तैनाती के बाद भी चिकित्सक समेत कर्मचारी भी गायब रहते हैं. इस कारण अस्पताल आने वाले पशुपालकों को मायूस होकर लौटना पड़ता है. जिससे इलाज के अभाव में पशु काल के गाल में समा रहे हैं.

पशु चिकित्सालय में दो महीने से पड़ा है ताला
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Published : Nov 9, 2019, 8:29 PM IST

बहरोड़ (अलवर). जिले के बहरोड़ उपखंड के जखराना गांव स्थित पशु चिकित्सालय में करीब दो महीने से चिकित्सक समेत अन्य कर्मियों के गैरहाजिर रहने से ताला लगा रहता है. जिससे अस्पताल आने वाले पशु-पालकों को मायूस होकर लौटना पड़ता है. अस्पताल पर चिकित्सकों की तैनाती के बाद भी वे गायब रहते हैं.

पशु चिकित्सालय में दो महीने से पड़ा है ताला

क्षेत्रीय पशुपालक मुकेश, राजाराम, सतीश, कालू स्वामी आदि ने बताया कि जब हम लोग पशुओं के इलाज के लिए अस्पताल जाते हैं तो अक्सर अस्पताल बंद ही मिलता है. जिससे हम लोगों को बीमार पशुओं का इलाज कराने के लिए परेशानी हो रही है. इस मौसम में अक्सर दुधारू पशुओं के अलावा अन्य जानवर भी बीमार होते रहते हैं. इलाज के अभाव में पशु काल के गाल में समा जा रहे हैं. उन्होंने उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए पशु अस्पताल में डॉक्टर की उपस्थिति की व्यवस्था कराए जाने और गैर हाजिर रह रहे डॉक्टर एवं कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

बहरोड़ (अलवर). जिले के बहरोड़ उपखंड के जखराना गांव स्थित पशु चिकित्सालय में करीब दो महीने से चिकित्सक समेत अन्य कर्मियों के गैरहाजिर रहने से ताला लगा रहता है. जिससे अस्पताल आने वाले पशु-पालकों को मायूस होकर लौटना पड़ता है. अस्पताल पर चिकित्सकों की तैनाती के बाद भी वे गायब रहते हैं.

पशु चिकित्सालय में दो महीने से पड़ा है ताला

क्षेत्रीय पशुपालक मुकेश, राजाराम, सतीश, कालू स्वामी आदि ने बताया कि जब हम लोग पशुओं के इलाज के लिए अस्पताल जाते हैं तो अक्सर अस्पताल बंद ही मिलता है. जिससे हम लोगों को बीमार पशुओं का इलाज कराने के लिए परेशानी हो रही है. इस मौसम में अक्सर दुधारू पशुओं के अलावा अन्य जानवर भी बीमार होते रहते हैं. इलाज के अभाव में पशु काल के गाल में समा जा रहे हैं. उन्होंने उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए पशु अस्पताल में डॉक्टर की उपस्थिति की व्यवस्था कराए जाने और गैर हाजिर रह रहे डॉक्टर एवं कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है.

Intro:बहरोड उपखंड के जखराना गांव स्थित पशु चिकित्सालय में करीब दो महीने से चिकित्सक एवं अन्य कर्मी के गैरहाजिर रहने से ताला लगा रहता है । इससे अस्पताल आने वाले पशु पालकों को मायूस होकर लौटना पड़ता है । Body:बहरोड-एंकर- बहरोड उपखंड के जखराना गांव स्थित पशु चिकित्सालय में करीब दो महीने से चिकित्सक एवं अन्य कर्मी के गैरहाजिर रहने से ताला लगा रहता है । इससे अस्पताल आने वाले पशु पालकों को मायूस होकर लौटना पड़ता है । 
क्षेत्रीय पशुपालक मुकेश , राजाराम , सतीस , कालू स्वामी आदि ने बताया कि पशु अस्पताल पर चिकित्सको की तैनाती के बाद भी वे गायब रहते हैं । उन्होंने बताया कि जब हम लोग पशुओं के इलाज के लिए अस्पताल जाते हैं तो अक्सर अस्पताल बंद ही मिलता है । इससे हम लोगों को बीमार पशुओं का इलाज कराने के लिए परेशानी हो रही है। इस मौसम में अक्सर दुधारू पशुओं के अलावा अन्य जानवर भी बीमार हो रहे हैं। इलाज के अभाव में पशु काल के गाल में समा जा रहे हैं । उन्होंने उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए पशु अस्पताल में डॉक्टर की उपस्थिति की व्यवस्था कराए जाने तथा गैर हाजिर रह रहे डॉक्टर व कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है ।  byte_ग्रामीण युवाConclusion:ग्रामीणों ने बताया कि पशु अस्पताल पर चिकित्सको की तैनाती के बाद भी वे गायब रहते हैं । उन्होंने बताया कि जब हम लोग पशुओं के इलाज के लिए अस्पताल जाते हैं तो अक्सर अस्पताल बंद ही मिलता है । इससे हम लोगों को बीमार पशुओं का इलाज कराने के लिए परेशानी हो रही है। इस मौसम में अक्सर दुधारू पशुओं के अलावा अन्य जानवर भी बीमार हो रहे हैं। इलाज के अभाव में पशु काल के गाल में समा जा रहे हैं । उन्होंने उच्चाधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए पशु अस्पताल में डॉक्टर की उपस्थिति की व्यवस्था कराए जाने तथा गैर हाजिर रह रहे डॉक्टर व कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है । 
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