अलवर. देश में जहां एक तरफ तनाव पूर्ण माहौल है. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस चुनावी मुड में नजर आ रही है. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से दिल्ली में संभावित प्रत्याशियों के नामों पर गुरुवार को फीडबैक लेने का दौर रहा.
बता दें कि अलवर लोकसभा सीट के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह का नाम फाइनल हो गया है. यादव बाहुल्य सीट होने के बाद भी जितेंद्र सिंह का नाम फाइनल होने का मतलब कांग्रेस के पास इनके अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
फीडबैक बैठकों में कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पाण्डे, पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा प्रभारी राष्ट्रीय सचिव देवेन्द्र यादव शामिल रहे. अलवर लोकसभा क्षेत्र से संभावित प्रत्याशी को लेकर फीडबैक लेने का दौर शुरू हुआ. अलवर लोकसभा क्षेत्र को करीब 40 मिनट का समय मिला. इसमें कांग्रेस नेताओं ने एक राय से पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह के नाम पर मुहर लगाई.
यह पहला मौका नहीं है जब जितेंद्र सिंह का नाम फाइनल हुआ है. इससे पहले जिला प्रभारी कांग्रेस सरकार में मंत्री ममता भुपेश ने भी फीडबैक बैठक ली थी. उसमें भी सभी जितेंद्र सिंह का नाम फाइनल हुआ था. ऐसे में अब देखना होगा कांग्रेस पार्टी आधिकारिक तौर पर नाम की घोषणा कब करती है.
अलवर लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा एससी 4 लाख वोटर हैं. उसके बाद दूसरे स्थान पर 3.50 लाख वोटर यादव हैं. वहीं करीब ढाई लाख मेव जाति के हैं. यादव बाहुल्य सीट होने के बाद भी जितेंद्र सिंह का नाम फाइनल हुआ है. ऐसे में देखना होगा भाजपा किसको चुनाव मैदान में उतरती है.
आंकड़ों पर एक नजर-
अलवर लोकसभा क्षेत्र के अनुमानित मतदाता
- यादव- 3.50 लाख
- मेव- 2.50 लाख
- एससी- 4 लाख
- एसटी- 1 लाख
- ब्राह्मण- 2.50 लाख
- जाट- 80 हजार
- माली- 80 हजार
अलवर के इन नेताओं ने दिया फीडबैक
अलवर से पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह, जिलाध्यक्ष एवं श्रमराज्य मंत्री टीकाराम जूली, सांसद डॉ. करणसिंह यादव, विधायक साफिया खान, जौहरीलाल मीणा, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रही श्वेता सैनी, एमामुद्दीन खां दुर्रूमियां, जिला प्रभारी मंत्री ममता भूपेश और प्रभारी पीसीसी प्रभारी गिर्राज खटाना आदि नेता मौजूद रहे. इन लोगों ने मिलकर जितेंद्र सिंह के नाम पर मोहर लगाई है.