अलवर. जिले में आए दिन होने वाले सड़क हादसों और खनन कार्यों में लगातार ओवरलोड माल ढोने वाले ट्रकों को परिवहन विभाग ने ब्लैक लिस्ट कर दिया है. ई रवन्ना के माध्यम से इन वाहनों की जानकारी परिवहन विभाग को मिली थी, जिसके बाद विभाग की तरफ से एक्शन लिया गया. विभाग के अधिकारियों ने कहा कि ओवरलोडिंग से टैक्स की चोरी होती है और आए दिन हादसे होते हैं.
राजस्थान में सबसे ज्यादा सड़क हादसे जयपुर के बाद अलवर में होते हैं. दूसरी तरफ अलवर में खुलेआम अवैध खनन के मामले सामने आते हैं. ऐसे में परिवहन विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई करते हुए 791 वाहनों को ब्लैक लिस्ट किया गया है. यह वो वाहन है जो ज्यादातर खनन के कार्य में लगे रहते हैं और ओवरलोड होकर चलते हैं.
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खान विभाग और परिवहन विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त अभियान के दौरान बिना रजिस्ट्रेशन, बिना नंबर प्लेट, खनन कार्य और खनिज निकालने में काम आने वाली मशीन जो खनन के कार्रवाई की थी, इसमें ऐसे वाहन भी शामिल थे. जिनका एक बार से अधिक ओवरलोड का ई रवन्ना जारी हुआ है.
परिवहन आयुक्त ने बीते दिनों एक आदेश जारी करते हुए ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए थे. जिसके बाद ई रवन्ना सॉफ्टवेयर के माध्यम से अपडेट डिटेल लेकर इनके चालन का निस्तारण कर जुर्माना वसूलने और ओवरलोड पर रोक लगाने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
खनन विभाग और परिवहन विभाग के सॉफ्टवेयर को इंटीग्रिटी कर दिया था. इससे जैसे ही वाहनों में ओवरलोड का माल लदान होता तो उसकी सूचना परिवहन विभाग को मिल जाती और आवश्यक कार्रवाई की जाती थी. इस दौरान ऐसे वाहनों पर लाखों रुपए का जुर्माना भी किया गया. सरकार की इस कार्रवाई के विरोध में वाहन स्वामी कोर्ट भी गए थे, तब सरकार ने ऐसे प्रकरणों का निस्तारण करने के लिए एमनेस्टी स्कीम भी लगाई थी.
हालांकि, इस स्कीम का लाभ ज्यादा वाहन स्वामियों को नहीं मिला और यह ठप हो गई. अब सरकार की ओर से दोबारा मानस है कि इस तरह की स्कीम लाकर इन प्रकरणों का निस्तारण किया जाए. अलवर में बड़ी संख्या में पत्थर मार्बल की खान है, जिनमें सैकड़ों गाड़ियां लगी हुई है.