अलवर (बानसूर). जिले के बानसूर उपखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत कल्याणपुरा के गांव नाथूसर लॉज में बाघिन st10 अपने शावकों के साथ आबादी क्षेत्र में पहुंची. ग्रामीणों के पालतू मवेशियों पर रात को हमला किया, जिसके कारण ग्रामीणों में दहशत फैल गई.
सरिस्का अभयारण्य के वन क्षेत्र में आने वाला गांव नाथूसर लॉज में आए दिन पालतू पशुओं सहित इंसानों पर भी जंगली जानवरों के हमलों की वारदातें कई बार हो चुकी है, लेकिन वन प्रशासन इस मामले को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहा है.
बता दें कि बीते 3 दिनों से रात को ही बाघिन st10 अपने शावकों के साथ आबादी में पालतू जानवरों पर हमला कर रही है. वहीं, शनिवार की रात को भी पालतू पशुओं की आवाज सुनकर ग्रामीण बाहर निकले. जैसे ही ग्रामीणों की नजर बाघिन पर पड़ी तो दंग रह गए. ग्रामीण भी अपनी जान बचाने के लिए घरों में छुप गए और शोर-शराबा करने के बाद बाघिन अपने शावकों के लेकर आबादी से घने जंगल की ओर बाहर चली गई.
ऐसे में ग्रामीणों में जंगली जानवरों के प्रति भय बना हुआ है. बता दें कि पहले भी कई बार पालतू पशुओं सहित इंसानों पर हमला हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. जिसके कारण ग्रामीणों में खासी नाराजगी देखने को मिल रही है.
इस घटना की सूचना मिलने पर वन अधिकारी एसीएफ संदीप कुमार वन विभाग की टीम के साथ लॉज गांव पहुंचे. जहां बाघिन की निगरानी के लिए वन कर्मी तैनात किए गए हैं. ग्रामीणों ने प्रशासन से सुरक्षा के लिए गुहार लगाई है. वहीं, ग्रामीण बलबीर हवलदार ने बताया कि गांव वालों के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं नहीं तो सरकार उचित मुआवजा देकर इनके अलग जगह पर स्थापना की व्यवस्था की जाए.
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वहीं, वन अधिकारियों ने st10 बाघिन के पगमार्क भी देखकर पहचान की है. वहीं, ग्रामीणों में बाघों के कुनबे की बढ़ती संख्या को देखते हुए दहशत का माहौल है. वहीं, कल्याणपुरा सरपंच हरफूल मीणा भी वन अधिकारियों के साथ गांव में पहुंच कर ग्रामीणों की समस्या सुनी.