अलवर. सरिस्का में रविवार सुबह सफारी के दौरान पर्यटकों को पैंथर की साइटिंग हुई. पैंथर पर्यटकों की जिप्सी के आगे पीछे काफी देर तक घूमता रहा. पर्यटक भी उसकी फोटो व वीडियो लेते हुए दिखाई दिए. सरिस्का प्रशासन का कहना है कि आमतौर पर पैंथर की साइटिंग नहीं होती है. सफारी में अचानक पैंथर को देख पर्यटक भी रोमांचित हो उठे.
अलवर जिले के सरिस्का बाघ परियोजना में काफी दिनों बाद रविवार को सुबह सफारी करने आए पर्यटकों को पैंथर की साइटिंग हुई. सदर गेट से 3 किलोमीटर आगे करणा का बास एनीकट के पास काफी देर तक पैंथर पर्यटकों की गाड़ी के आगे पीछे घूमता रहा. सरिस्का प्रशासन के अनुसार सरिस्का में गर्मी शुरू होते ही बाघों की साइटिंग कम हो जाती है. लेकिन पिछले कुछ सालों से सरिस्का में पर्यटकों को बाघों की साइटिंग लगातार होती रहती है. इससे आने वाले दिनों में सरिस्का को काफी फायदा होगा.
पर्यटकों के लिए सरिस्का प्रशासन और रूट्स की तैयारी कर रहा है. जहां से गांव विस्थापित हो गए हैं, वहां नए रूट बनाने की तैयारी की जा रही है. लगातार हो रही बाघ व पैंथर्स की साइटिंग के कारण सरिस्का में आने वाले पर्यटकों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. सरिस्का दिल्ली व जयपुर के बीच में स्थित है. ऐसे में सड़क व रेल मार्ग से सीधा जुड़ा हुआ है. इसलिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक घूमने के लिए सरिस्का आ रहे हैं.
सड़क के पास खड़ा नजर आया निजी वाहन : शनिवार, मंगलवार को पांडुपोल मंदिर के कारण निजी वाहनों को प्रवेश दिया जाता है. इस दौरान जंगल के बीच से गुजरने वाले वाहनों को बीच रास्ते में ठहरने की अनुमति नहीं है, लेकिन उसके बाद भी लोग रास्ते में रुक कर फोटो लेते हैं व जानवरों को खाना डालते हैं, जो नियम अनुसार गलत है. रविवार सुबह सफारी के दौरान पर्यटक व गाइड की ओर से एक वीडियो बनाया गया, जिसमें सड़क के किनारे एक निजी वाहन खड़ा हुआ दिखाई दिया है. ऐसे में वन विभाग के नियमों की धज्जियां उड़ रही हैं.