अलवर. जिले के गीतानंद शिशु अस्पताल में आग लगने से एक बच्ची झुलस गई. जिसके बाद बच्ची को डॉक्टरों ने जे के लोन अस्पताल रैफर कर दिया. जहां इलाज के दौरान बच्ची ने जे के लोन अस्पताल में ही दम तोड़ दिया.
वहीं, बच्ची के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल की लापरवाही के चलते बच्ची ने दम तोड़ दिया है. इसी संदर्भ में परिजनों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बच्ची की मौत के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है.
जेके लोन अस्पताल प्रशासन ने अलवर हॉस्पिटल प्रशासन को बच्ची की सुबह करीब 10:40 बजे मौत होने की सूचना दी. इसके बाद अस्पताल प्रशासन बच्ची के पोस्टमार्टम के बाद उसका शव अलवर लाने के लिए परिजनों से संपर्क करने की बात कह रहा था.
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वहीं, पीड़ित बच्ची के पिता राहुल गौड़ ने बताया कि उन्होंने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बच्ची की मौत के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने मृतका का मुआवजे देने की भी मांग की है. जिला कलेक्टर ने उन्हें जांच कर दोषियों पर कार्रवाई और मुआवजा देने का आश्वासन दिया है.
एडीएम प्रथम रामचरण शर्मा ने बताया कि परिजनों की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया है और जो हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से जो लापरवाही बरती गई है और जो घटना हुई है. वास्तव में प्रकरण बहुत ही अति संवेदनशील है और गंभीर विषय है. इसमें चिकित्सा व्यवस्था के लिए चिकित्सा विभाग की ओर से जांच कराई जा रही है और जो दोषी है उसके लिए हमारी ओर से उचित कार्रवाई के प्रयास किए जा रहे हैं और ज्ञापन में परिजनों द्वारा यह भी अवगत कराया गया था की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए. उसमें जो नियम अनुसार प्रावधान होंगे वह किया जाएगा.