अलवर. सरिस्का 1 जुलाई से पर्यटकों के लिए बंद हो जाएगा. केवल पांडुपोल रूट खुला रहेगा. ऐसे में शुक्रवार को पर्यटको का जंगल सफारी घूमने का आखरी दिन था. आखिरी दिन पर्यटकों ने सरिस्का में सफारी का जमकर आनंद लिया. सुबह से ही लोगों की भारी भीड़ दिखाई दी. शाम तक हजारों की संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक सफारी का आनंद लेने के लिए सरिस्का पहुंचे.
सरिस्का में दो दिन से हो रही बारिश के चलते मौसम सुहाना हो रहा है. चारों तरफ तालाब व जलाशयों में पानी भरा हुआ है. जिले में सबसे ज्यादा बारिश थानागाजी व सरिस्का क्षेत्र में दर्ज हुई है. इस साल सरिस्का के लिए बेहतर साल साबित हुआ. सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़ा, तो पर्यटकों को जमकर बाघों की साइटिंग हुई. पहली बार ऐसा मौका था कि गर्मी के मौसम में भी यहां आने वाले पर्यटकों को बाघ के दीदार हुए. सरिस्का में पहले की तुलना में बाघों की साइटिंग भी ज्यादा होने लगी है. 1 जुलाई से सरिस्का 3 माह के लिए मानसून सीजन के दौरान बंद रहेगा. 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए सरिस्का को खोला जाएगा.
पढ़ें: Sariska Tiger Reserve : अब टाइगर को मिलेगा एक दिन का अवकाश, इस तारीख से बंद होगा सरिस्का
शुक्रवार को सरिस्का का आखिरी दिन था. ऐसे में आखरी दिन हजारों की संख्या में पर्यटकों ने सफारी का आनंद लिया. जंगल सफारी के लिए दूरदराज से पर्यटक सरिस्का में पहुंचे और सफारी का आनंद लिया. 1 जुलाई से सरिस्का बाघ परियोजना सफारी करने के लिए 3 महीने बंद हो जाएगा. हालांकि दो रूट सदर गेट व बाला किला पर्यटकों के लिए खुला रहेगा. जहां टाइगरों की मूवमेंट रहती है. वहां पर पर्यटक सफारी नहीं कर सकेंगे. इसलिए सरिस्का में बाघों को देखने के कम चांस मिल सकेंगे.