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विंग कमांडर अभिनंदन का वीडियो वायरल करने पर अलवर की जनता गुस्से में... सुनिए क्या कह रहे हैं...Video - अभिनंदन

पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में लड़ाकू विमान भेजकर हमले की कोशिश की, जिसका भारतीय सैनिको ने मुंहतोड़ जवाब दिया. लेकिन इस बीच विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान की सेना ने पकड़ लिया. उनके साथ गलत व्यवहार किया गया, जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में सभी देख रहे हैं.

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Published : Mar 1, 2019, 3:04 PM IST

अलवर. जेनेवा संधि को दरकिनार करते हुए पाकिस्‍तान ने अभिनंदन के साथ व्यवहार किया. लेकिन अब पाकिस्तान ने अभिनंदन को छोड़ने की घोषणा कर दी है. पूरे देश में पाकिस्तान की हरकतों को लेकर गुस्सा है. अलवर के निवासियों ने भी पाकिस्तान को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.


अलवर के युवाओं का कहना है कि पाकिस्तान की नापाक हरकतों के लिए उसको उसकी ही भाषा में जवाब देने की जरूरत है. भारत ने एलओसी क्रॉस करके आतंकी ठिकानों को अपना निशाना बनाया, क्योंकि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा था.

अलवर की जनता


अलवर में रहने वाले लोगों का कहना है कि अभिनंदन को फौरन आजाद करना चाहिए, क्योंकि जेनेवा संधि मुताबिक पाकिस्तान भारत के सैनिक को बंधक बनाकर नही रख सकता है. लोगों ने कहा कि आतंकियों पर इस तरह के हमले आगे भी होते रहने चाहिए, जिससे वो भविष्य में कोई भी घटना करने से पहले 100 बार सोचे.

अलवर. जेनेवा संधि को दरकिनार करते हुए पाकिस्‍तान ने अभिनंदन के साथ व्यवहार किया. लेकिन अब पाकिस्तान ने अभिनंदन को छोड़ने की घोषणा कर दी है. पूरे देश में पाकिस्तान की हरकतों को लेकर गुस्सा है. अलवर के निवासियों ने भी पाकिस्तान को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है.


अलवर के युवाओं का कहना है कि पाकिस्तान की नापाक हरकतों के लिए उसको उसकी ही भाषा में जवाब देने की जरूरत है. भारत ने एलओसी क्रॉस करके आतंकी ठिकानों को अपना निशाना बनाया, क्योंकि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा था.

अलवर की जनता


अलवर में रहने वाले लोगों का कहना है कि अभिनंदन को फौरन आजाद करना चाहिए, क्योंकि जेनेवा संधि मुताबिक पाकिस्तान भारत के सैनिक को बंधक बनाकर नही रख सकता है. लोगों ने कहा कि आतंकियों पर इस तरह के हमले आगे भी होते रहने चाहिए, जिससे वो भविष्य में कोई भी घटना करने से पहले 100 बार सोचे.

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विंग कमांडर अभिनंदन का वीडियो वायरल करने पर राजस्थान की जनता गुस्से में... सुनिए क्या कह रहे हैं...Video

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पाकिस्तान को उसकी भाषा में मिलना चाहिए करारा जवाब: अलवर की जनता 

Public reaction of Alwar on Pakistan Actions

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अलवर. पाकिस्तान ने भारतीय सीमा में लड़ाकू विमान भेजकर हमले की कोशिश की, जिसका भारतीय सैनिको ने मुंहतोड़ जवाब दिया. लेकिन इस बीच विंग कमांडर अभिनंदन को पाकिस्तान की सेना ने पकड़ लिया. उनके साथ गलत व्यवहार किया गया, जैसा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में सभी देख रहे हैं.

जेनेवा संधि को दरकिनार करते हुए पाकिस्‍तान ने अभिनंदन के साथ व्यवहार किया. लेकिन अब पाकिस्तान ने अभिनंदन को छोड़ने की घोषणा कर दी है. पूरे देश में पाकिस्तान की हरकतों को लेकर गुस्सा है. अलवर के निवासियों ने भी पाकिस्तान को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. 

अलवर के युवाओं का कहना है कि पाकिस्तान की नापाक हरकतों के लिए उसको उसकी ही भाषा में जवाब देने की जरूरत है. भारत ने एलओसी क्रॉस करके आतंकी ठिकानों को अपना निशाना बनाया, क्योंकि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा था. 

अलवर में रहने वाले लोगों का कहना है कि अभिनंदन को फौरन आजाद करना चाहिए, क्योंकि जेनेवा संधि मुताबिक पाकिस्तान भारत के सैनिक को बंधक बनाकर नही रख सकता है. लोगों ने कहा कि आतंकियों पर इस तरह के हमले आगे भी होते रहने चाहिए, जिससे वो भविष्य में कोई भी घटना करने से पहले 100 बार सोचे.





जेनेवा संधि को तार-तार कर पाकिस्‍तान ने किया ये घिनौना कृत्‍य, पूरी दुनिया में हो रही थू-थू

भारतीय पायलट अभिनंदन की जो शुरुआती वीडियो पाकिस्तान से आए हैं उनमें वो ज़ख़्मी दिख रहे हैं। भारत का तर्क है कि पाकिस्‍तान ने अंतरराष्‍ट्रीय कानून का सरासर उल्‍लंघन किया है।



नई दिल्‍ली [ जागरण स्‍पेशल ]। भारतीय का एक मिग-21 विमान बुधवार को गुलाम कश्मीर में क्रैश हो गया था। इस विमान के पायलट और भारतीय वायु सेना के विंग कंमाडर अभिनंदन वर्तमान को पाकिस्तान ने गिरफ्तार कर लिया था। भारतीय पायलट अभिनंदन की जो शुरुआती वीडियो पाकिस्तान से आए हैं, उनमें वो ज़ख़्मी दिख रहे हैं। उनके चेहरे पर रक्‍त फैला हुआ है। एक वीडियो में अभिनंदन को कुछ लोग पीटते हुए दिख रहे हैं। एक अन्य वीडियो में अभिनंदन की आंखों पर पट्टी है। भारत सरकार ने पाकिस्‍तान से इन पायलट को वापस करने की मांग के साथ उसके इस कृत्‍य की सख्‍त लहजों में भर्त्‍सना की है। भारत का तर्क है कि पाकिस्‍तान ने अंतरराष्‍ट्रीय कानून का सरासर उल्‍लंघन किया है। आइए जानते हैं उस अंतरराष्‍ट्रीय कानून के बारे में जिसका पाकिस्‍तान ने उल्‍लंघन किया है। इस कानून के तहत ही भारत ने अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर अपनी गुहार लगाई है और अपनी शिकायत दर्ज की है। 



1864 में पहली बार युद्धबंदियों के हक को लेकर उठी आवाज 

जी हां, युद्धबंदियों के लिए भी बाकायादे एक अंतरराष्‍ट्रीय कानून है। पहली बार 1864 दुनिया के कुछ मुल्‍कों ने युद्धबंदियों के अधिकारों को लेकर एक करार किया। इस संधि को मानवता के लिए जरूरी कदम बताया गया। इसे जेनेवा संघि (Geneva Convention) कहते हैं। इसके बाद 1906 और 1929 में क्रमश: दूसरी और तीसरी संघि हुई। दूसरे विश्‍व युद्ध के बाद 1949 में 194 देशों ने जेनेवा संधि पर हस्‍ताक्षर किए। यह चौ‍थी संधि थी। इस तरह से जेनेवा समझौते में अब तक चार स‍ंधियां और तीन मसौदे शामिल है।





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युद्धग्रस्‍त देशों के लिए जेनेवा संधि एक अंतरराष्‍ट्रीय आचार सहिंता

जेनेवा संधि युद्ध के दौरान युद्धग्रस्‍त देशों के लिए एक अंतरराष्‍ट्रीय आचार सहिंता की तरह काम करता है। इस समझौते में युद्धबंदियों के अधिकारों का उल्‍लेख किया गया है। गिरफ्तार सैनिकों के साथ कैसा बर्ताव करना है, इसको लेकर एक स्‍पष्‍ट दिशा निर्देश दिए गए हैं। जेनेवा संधि के अनुच्छेद-3 के मुताबिक युद्ध के दौरान घायल युद्धबंदियों का उपचार कराने का स्‍पष्‍ट निदेश है। युद्ध के बाद युद्धबंदियों को वापस लैटाना होता है। कोई भी देश युद्धबंदियों को लेकर जनता में उत्सुकता पैदा नहीं कर सकता।



युद्धबंदियों से सिर्फ उनके नाम, सैन्य पद, नंबर और यूनिट के बारे में पूछा जा सकता है। इस संधि के तहत युद्धबंदियों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार पर रोक लगाई गई है। युद्धबंदियों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव पर रोक लगाई गई। इसके साथ ही युद्ध में बंदी सैनिकों के लिए कानूनी सुविधा भी मुहैया करानी होगी। इस संधि के तहत युद्धबंदियों को किसी तरह से धमकाए जाने पर रोक है। उन्हें अपमानित नहीं किया जा सकता। इस संधि के मुताबिक युद्धबंदियों पर मुकदमा चलाया जा सकता है।





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क्‍या है जेनेवा संधि


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