अलवर. देश के लिए चिंता बने मरकज के जमातियों ने अलवर के रास्ते राजस्थान की सीमा में प्रवेश करने का प्रयास किया. लेकिन अलवर पुलिस ने उनको रोक दिया. मामले की जानकारी मिलते ही पूरा प्रशासन हरकत में आ गया है.
दिल्ली के निजामुद्दीन में मरकज के जमातियों के बड़ी संख्या में जमा होने की जानकारी मिली थी. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया. प्रशासन की सख्ती के बाद दो गाड़ियों में करीब 10 जमाती अलवर के रास्ते राजस्थान में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रशासन की उनके पास अनुमति है. वो आंध्र प्रदेश जाना चाहते हैं.
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पुलिस अधिकारियों के अनुसार उनके पास 30 मार्च से 7 अप्रैल तक की हरियाणा प्रशासन की परमिशन थी, लेकिन राजस्थान सीमा सील के चलते नौगांवा चेक पोस्ट पर रोक दिया गया. इस दौरान पुलिस ने हवाला दिया कि केवल इमरजेंसी परमिशन को अनुमति दी जा रही है. पुलिस ने बताया कि वापस लौटने के बाद जमातियों की गाड़ी कुछ देर तक राजस्थान हरियाणा सीमा पर खड़ी रही और बाद में हरियाणा के लिए वापस लौट गई. अलवर पुलिस अगर तत्परता व सतर्कता नहीं दिखाती होती, तो वो राजस्थान सीमा में प्रवेश कर लेते. इसके बाद अलवर सहित राजस्थान के अन्य जिलों में संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता था.
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अलवर जिले में मेवात क्षेत्र आता है. मेवात क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग असामाजिक गतिविधियों में शामिल हैं. दर्जनों कच्चे रास्ते छोटे गांव से होकर राजस्थान और हरियाणा को जोड़ते हैं. ऐसे में पुलिस को इन रास्तों पर भी खास सावधानी बरतने व चेकपोस्ट लगाने की आवश्यकता होगी. दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि प्रशासन को कई अहम जानकारियां मिल रही हैं. इन सभी जानकारियों की तस्दीक कराई जा रही है. उसके बाद कार्रवाई की जाएगी.