अलवर. सरिस्का पर एक बार फिर से शिकारियों का खतरा मंडराने लगा है. क्षेत्र में लगे कैमरे में शिकारियों की फोटो (Poachers Spotted in Sariska) कैद हुई है. इसके बाद से सरिस्का प्रशासन की नींद उड़ गई है. इस पूरे मामले में सरिस्का की गश्त व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं जिस क्षेत्र में शिकारी देखे गए हैं, उस क्षेत्र में st22, st29 समेत कई बाघों का वितरण रहता है.
साल 2005 में सभी बाघों के शिकार होने के बाद सरिस्का बाघ विहीन हो गया (Tigers Hunting in Sariska) था. इस मामले का खुलासा हुआ तो सरिस्का प्रशासन ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया. इसके बाद रणथम्भौर से बाघ शिफ्ट करके सरिस्का लाया गया और बाघों का कुनबा बसाया गया. यहां लगातार बाघों के संरक्षण को लेकर काम चल रहा है. लेकिन इस बीच सरिस्का में शिकारियों की हलचल फिर से नजर आने लगी है. आए दिन शिकार के मामले सामने आते हैं. कई बाघों के शिकार भी हो चुके हैं.
5 अज्ञात की तस्वीर कैद : सरिस्का के जंगल क्षेत्र में 2 नवंबर को रात 10 बजकर 49 मिनट पर कैमरे में एक फोटो कैद हुई. वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि ये फोटो सरिस्का के अकबरपुर रेंज के काली खोर जंगल की है. इसमें पांच संदिग्ध जंगल में घूमते नजर आ रहे हैं. लोगों के हाथ में डंडे भी दिखाई दे रहे हैं. जिस एरिया में यह फोटो कैद हुई है, उसी क्षेत्र में st22, st29 समेत कई बाघों का विचरण है. इसी क्षेत्र में वर्ष 2018 में बाघिन st9 लापता हुई थी. बाद में उसके शिकार की पुष्टि हुई. वहीं जनवरी माह में बाघ st13 भी इसी क्षेत्र से गायब हुआ था. अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. सरिस्का में इससे पहले भी हथियार के साथ शिकारी कैमरे में कैद हो चुके हैं. इसके अलावा जंगली सूअर व सांभर आदि वन्यजीवों के शिकार के मामले भी सामने आ चुके हैं.