अलवर. एक तरफ कोरोना महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. दूसरी ओर अलवर शहर के लोगों को पानी, बिजली और सफाई की अव्यवस्थाओं को लेकर मजबूरी पर सड़कों पर आना पड़ रहा है. बता दें कि अलवर के वार्ड नंबर 15 में लोगों को पानी और सफाई की अव्यवस्थाओं के चलते परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वार्ड के लोगों का कहना है कि कई बार पानी की समस्या से जिला प्रशासन जलदाय विभाग को अवगत कराया गया, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है.
इसके अलावा वार्ड में चारों तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. जिसपर सफाई कर्मचारी समय पर नहीं आते या फिर संसाधनों की कमी का हवाला देकर गंदगी के ढेरों को वहीं छोड़ चले जाते हैं. वार्ड नंबर 15 के पार्षद कैलाश कोली ने बताया कि वार्ड में पानी की समस्या लगातार बनी हुई है. प्रशासन का इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं है. प्रशासन सिर्फ कोरोना की गाइडलाइन और जन समझाइश पखवाड़े की पालना कराने के लिए लोगों को घरों में कैद कर रहा है. जबकि पानी की आवश्यकता को पूरा करने के लिए लोगों को घरों से बाहर निकलना पड़ रहा है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ ज्यादातर लोगों के जन अनुशासन पकवाड़ा लगने के बाद काम धंधे छूट गए हैं. पार्षद ने कहा कि नगर परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. वहीं वार्ड 15 के स्थानीय निवासी धर्म सिंह धानावत ने बताया कि वार्ड में पानी बिजली और साफ-सफाई की लगातार व्यवस्था चरमराई हुई है. जहां चारों तरफ गंदगी के ढेर लगे हुए हैं. स्थानीय लोगों की ओर से भी अपने स्तर पर अधिकारियों, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया. लेकिन स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आया है.
वार्ड में दो जगह लगभग डेढ़ साल से नाले का पटाव टूटे पड़े हैं. जिसपर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं. मगर इस पर भी प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. इसके अलावा सड़के गंदगी के ढेरों से सटी पड़ी हैं. नालियों की महीनों से सफाई नहीं हो रही है. जिसके चलते चारों तरफ बदबू और मच्छरों का आलम है.