अलवर. जिले के केंद्रीय कारागार में गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट के तहत बंद विचाराधीन कैदी की अलवर के सामान्य अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके बाद उसके शव को अस्पताल के मोर्चरी में रखवा कर परिजनों को सूचित कर दिया गया है.
अलवर के केंद्रीय कारागार में गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट के तहत बंद विचाराधीन बंदी अनिल की मंगलवार को अचानक तबीयत खराब होने लगी. उसे उल्टी और चक्कर की शिकायत हुई थी. जिसके बाद जेल प्रशासन ने अनिल को इलाज के लिए अलवर के सामान्य अस्पताल स्थित बंदी वार्ड में भर्ती कराया. लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.
उधर, मामले की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मृतक का शव सामान्य अस्पताल स्थित मोर्चरी में रखवाया. साथ ही मामले की जानकारी मृतक के परिजनों को भी दी गई. जेल अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने बताया कि बड़ौदामेव पुलिस थाना अंतर्गत नंगली मेगा गांव निवासी 25 वर्षीय अनिल पुत्र लखाराम और राजपूत को 26 मार्च 2016 को गैंगरेप और पॉक्सो के मामले में अलवर के केंद्रीय कारागार में दाखिल किया गया था. जिसकी मंगलवार को अचानक तबीयत खराब हो गई.
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वहीं, जब जेल के डॉक्टरों ने उसे चेक किया तो उसका बीपी लो था. जिसके बाद उसे प्राथमिक उपचार देकर जिले के राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया. बता दें कि बुधवार को इस मामले में मजिस्ट्रेट की नियुक्ति होगी जिसके बाद मेडिकल बोर्ड से अनिल के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा. जेल अधीक्षक ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा.