बहरोड़ (अलवर). राजस्थान के बहरोड़ विधानसभा क्षेत्र में पिछले 3 दिनों से राजनीति भूचाल आ गया है. यहां के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. पूरा घटनाक्रम सरपंचों के धरना-प्रदर्शन के बाद से शुरू हुआ है. जिसके बाद से विधायक बलजीत यादव और पूर्व मंत्री जसवंत सिंह में वार-पलटवार जारी है.
यहां से बढ़ा विवाद...
दरअसल, पंचायत समिति बहरोड़ में विकास अधिकारी व 52 कर्मचारियों का तबादला होने के बाद से ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्य रुक जाने से सभी जनप्रतिनिधियों ने बहरोड़ पंचायत समिति के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर धरना-प्रदर्शन शुरू किया था. उस घटना में पूर्व मंत्री डॉ. जसवंत सिंह यादव ने भी सभी जनप्ररिनिधियों का समर्थन किया था. जिसके बाद दूसरे दिन बहरोड़ विधायक बलजीत यादव ने पूर्व मंत्री जसवंत सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद बुधवार को उन आरोपों पर पीसी के जरिये जसवंत यादव ने पलटवार किया तो वहीं एक बार फिर बलजीत यादव ने जवाब देते हुए पूर्व मंत्री पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
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गौरतलब है कि बुधवार को पूर्व मंत्री डॉ. जसवंत सिंह यादव ने बीजेपी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बहरोड़ विधायक पर आरोपों की झड़ी लगा दी. उन्होंने कहा कि आज बहरोड़ तहसील में जो भी अपराध हो रहा है या पहले हुआ है उसका मुखिया बलजीत यादव है. वहीं, इसके बाद बहरोड़ विधायक ने भी पलटवार करते हुए जसवंत यादव पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. विधायक ने कहा है कि अब कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा. अब देखने वाली बात यह होगी कि ये राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई कहां जाकर थमती है.