जयपुर: परिवहन अधिकारी संजय शर्मा के राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 10 ठिकानों पर छापेमारी में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को कई चौंकाने वाले सबूत हाथ लगे हैं. संजय शर्मा के खुद के और परिजनों के नाम पर जयपुर के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी जमीन के दस्तावेज मिले हैं. संजय शर्मा के तीन बच्चों की विदेश में पढ़ाई हुई है. बैंक खातों में लाखों रुपए जमा हैं. इसके साथ ही बेनामी संपत्ति में निवेश के भी सबूत मिले हैं.
एसीबी के डीजी डॉ. रविप्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि जयपुर के विद्याधर नगर डीटीओ संजय शर्मा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया गया है. दो बैंक लॉकर की तलाशी बाकी है. उनके आवास व अन्य ठिकानों पर छापेमारी में आरोपी व परिवाजनों के नाम कृष्णा नगर (जयपुर) में एक मकान, करणी नगर में एक प्लॉट, अलीगढ़ (उत्तरप्रदेश) में एक भूखंड, चिडिया भवन, बिलारी मुरादाबाद उत्तरप्रदेश में 25 बीघा जमीन के दस्तावेज मिले हैं. बच्चों की विदेश में उच्च शिक्षा के दस्तावेज, कई बीमा पॉलिसियों में निवेश के दस्तावेज भी मिले हैं. इसके साथ ही दो बैंक लॉकर और विभिन्न बैंको में अनेक बैंक खाते भी मिले हैं. जिनमें लाखों रुपए जमा हैं. विदेश यात्राओं की जानकारी भी प्राप्त हुई. जिनके संबंध में जांच की जा रही है. बैंक लॉकरों की तलाशी लिया जाना बाकी है.
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जयपुर, भरतपुर और मुरादाबाद में छापेमारी: उन्होंने बताया कि एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर एसीबी की विभिन्न टीमों ने आज गुरुवार को जयपुर, भरतपुर और उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में अलसुबह कार्रवाई करते हुए जिला परिवहन अधिकारी, विद्याधर नगर, संजय शर्मा व परिजनों के दस अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की थी. संजय शर्मा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिलने पर एसीबी ने केस दर्ज किया है. इसके बाद तलाशी अभियान चलाया गया है.
एसीबी को मिली थी गोपनीय शिकायत: डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को गोपनीय सूत्र-सूचना प्राप्त हुई थी कि विद्याधर नगर जिला परिवहन अधिकारी संजय शर्मा द्वारा भ्रष्टाचार के साधनों द्वारा खुद के और परिजनों के नाम से वैध आय से आनुपातिक रूप से अधिक चल-अचल संपत्तियां अर्जित की गई है. जिनकी अनुमानित खरीद कीमत करोड़ों रुपए में हैं. इस सूचना का गोपनीय सत्यापन किया गया. तथ्यों की पुष्टि होने पर आय से अधिक संपत्तियां अर्जित करने का मामला दर्ज किया गया है.
अलसुबह एक साथ की छापेमारी: डीआईजी कालूराम रावत के सुपरवीजन में अजमेर एएसपी भागचंद्र के नेतृत्व में कोर्ट से तलाशी वारंट हासिल कर दस ठिकानों पर तलाशी ली गई. एएसपी ओमप्रकाश किलानियां, अमित सिंह, सुनिल सिहाग, उपाधीक्षक रविंद्र सिंह, नवल किशोर, परमेश्वर लाल, सीआई रघुवीर शरण शर्मा, सज्जन सिंह, कंचन भाटी, अर्चना मीणा के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों ने जयपुर, भरतपुर और मुरादाबाद (यूपी) में आज अलसुबह एक साथ दस ठिकानों पर छापेमारी की.
संपत्तियों की कीमत करोड़ों में: ब्यूरो के प्राथमिक आकलन, प्रथम सूचना रिपोर्ट एवं अब तक तलाशी में मिले दस्तावेजों के अनुसार आरोपी संजय शर्मा ने अपने सेवाकाल में भ्रष्टाचार के साधनों के जरिए करोड़ों रुपए की खरीद कीमत की अनेक चल-अचल परिसंपत्तियां अर्जित की हैं. जो उनकी वैध आय से आनुपातिक रूप से कहीं अधिक हैं. इसके साथ ही आरोपी व उसके परिजनों द्वारा कई बेनामी परिसंपत्तियों में निवेश के सबूत भी मिले हैं. जिनकी विस्तृत जांच की जाएगी. एसीबी की एडीजी स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में एसीबी का तलाशी अभियान जारी है.