ETV Bharat / state

अलवर: विधायक संजय शर्मा ने दलितों पर हो रहे अत्याचारों के चलते पुलिस प्रशासन को घेरा

जिले में दलित महिलाओं पर होने वाले अत्याचार और घटनाओं को देखते हुए अलवर सहित प्रदेश भर में भाजपा की तरफ से जिला कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन कर धरना दिया गया. 1 माह का अल्टीमेटम देते हुए कहा गया कि अगर भिवाड़ी के दलित परिवारों को न्याय नहीं मिला तो भाजपा उग्र प्रदर्शन करेगी.

News of dalit atrocities, दलित अत्याचार की खबर
author img

By

Published : Aug 24, 2019, 5:30 AM IST

अलवर. जिले में हो रहे दलित महिलाओं पर अत्याचार को देखते हुए भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की नीतियों पर जमकर हमला बोला. शहर विधायक संजय शर्मा ने कहा कि भिवाड़ी की घटना में सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाना होगा. अगर महीने भर में पीड़ित को न्याय नहीं मिला तो भाजपा उग्र प्रदर्शन करेगी. यह प्रदर्शन प्रदेश में नही बल्कि पूरे देश भर में देखने लायक होगा.

विधायक संजय शर्मा ने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि भिवाड़ी की घटना में हरीश जाटव को जाति विशेष के लोगों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. जबकि उसकी बाइक से हल्का सा हादसा हुआ था. उन्होंने बताया कि हल्के से हादसे के बाद जाति विशेष के लोग हरीश जाटव को बुरी तरह से पीटते हैं तो वहीं घटना के बाद पुलिस पीड़ित को भर्ती कराती है.

विधायक संजय शर्मा ने दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ दिया धरना प्रदर्शन

पढ़े- आवास, वाहन अन्य खुदरा ऋण होंगे सस्ते : निर्मला सीतारमण

बता दें कि भिवाड़ी से उसे दिल्ली के लिए रेफर कर दिया जाता है. इलाज के दौरान हरीश जाटव की मौत हो जाती है. वहीं इस घटना के बाद लगातार हरीश के परिवार को धमकी दे रहे थे. इसके चलते उसके पिता रतिराम ने आत्महत्या कर ली. इस घटना पर पुलिस मौन रही. उन्होंने गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि जब पूरा देश आजादी का पर्व मना रहा था. तब उस 15 अगस्त के दिन एक दलित पिता ने धमकियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली.

पढ़े- असम NRC : CM सोनोवाल ने की समीक्षा बैठक, कहा- घबराने की जरूरत नहीं

उन्होंने कहा कि सरकार दलितों को गुमराह करने में लगी हुई है. रतिराम का पूरा परिवार सहमा हुआ है. ऊपर से पुलिस पूरा मामला दबाने में लगी हुई है. उन्होंने एसपी के कार्यो पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जिस एसपी के कार्यकाल में अन्य जिलों में परेशान होकर पुलिसकर्मी आत्महत्या करते हो. उस एसपी से अलवर में न्याय की कैसे उम्मीद की जा सकती है. एसपी ने इस पूरी घटना को सामान्य सड़क हादसा बनाने में लगी हुई है. हालांकि अलवर पहुंचकर आईजी ने इस घटना को 302 में बदलने की बात कही थी. पर बाकि अधिकारियों के चलते कुछ होने वाला नहीं है.

अलवर. जिले में हो रहे दलित महिलाओं पर अत्याचार को देखते हुए भाजपा नेताओं ने कांग्रेस की नीतियों पर जमकर हमला बोला. शहर विधायक संजय शर्मा ने कहा कि भिवाड़ी की घटना में सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाना होगा. अगर महीने भर में पीड़ित को न्याय नहीं मिला तो भाजपा उग्र प्रदर्शन करेगी. यह प्रदर्शन प्रदेश में नही बल्कि पूरे देश भर में देखने लायक होगा.

विधायक संजय शर्मा ने घटना का जिक्र करते हुए कहा कि भिवाड़ी की घटना में हरीश जाटव को जाति विशेष के लोगों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. जबकि उसकी बाइक से हल्का सा हादसा हुआ था. उन्होंने बताया कि हल्के से हादसे के बाद जाति विशेष के लोग हरीश जाटव को बुरी तरह से पीटते हैं तो वहीं घटना के बाद पुलिस पीड़ित को भर्ती कराती है.

विधायक संजय शर्मा ने दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ दिया धरना प्रदर्शन

पढ़े- आवास, वाहन अन्य खुदरा ऋण होंगे सस्ते : निर्मला सीतारमण

बता दें कि भिवाड़ी से उसे दिल्ली के लिए रेफर कर दिया जाता है. इलाज के दौरान हरीश जाटव की मौत हो जाती है. वहीं इस घटना के बाद लगातार हरीश के परिवार को धमकी दे रहे थे. इसके चलते उसके पिता रतिराम ने आत्महत्या कर ली. इस घटना पर पुलिस मौन रही. उन्होंने गहलोत सरकार को घेरते हुए कहा कि जब पूरा देश आजादी का पर्व मना रहा था. तब उस 15 अगस्त के दिन एक दलित पिता ने धमकियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली.

पढ़े- असम NRC : CM सोनोवाल ने की समीक्षा बैठक, कहा- घबराने की जरूरत नहीं

उन्होंने कहा कि सरकार दलितों को गुमराह करने में लगी हुई है. रतिराम का पूरा परिवार सहमा हुआ है. ऊपर से पुलिस पूरा मामला दबाने में लगी हुई है. उन्होंने एसपी के कार्यो पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जिस एसपी के कार्यकाल में अन्य जिलों में परेशान होकर पुलिसकर्मी आत्महत्या करते हो. उस एसपी से अलवर में न्याय की कैसे उम्मीद की जा सकती है. एसपी ने इस पूरी घटना को सामान्य सड़क हादसा बनाने में लगी हुई है. हालांकि अलवर पहुंचकर आईजी ने इस घटना को 302 में बदलने की बात कही थी. पर बाकि अधिकारियों के चलते कुछ होने वाला नहीं है.

Intro:अलवर। दलितों के महिलाओं पर होने वाले अत्याचार व घटनाओं को देखते हुए अलवर सहित प्रदेश भर में भाजपा की तरफ से विरोध प्रदर्शन में धरना किया गया। इस मौके पर अलवर की कलेक्ट्रेट के बाहर भाजपाइयों ने धरना दिया। इसमें बोलते हुए अलवर शहर विधायक संजय शर्मा ने कहा कि दलितों पर अत्याचार बढ़े हैं। ऐसे में गहलोत सरकार को सभी दलित पीड़ितों को सरकारी नौकरी देनी चाहिए। विधायक ने गहलोत सरकार को 1 माह का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर एक माह में भिवाड़ी के दलित परिवार को न्याय नहीं मिला। तो भाजपा उग्र प्रदर्शन करेगी यह प्रदर्शन देशभर में देखने लायक होगा।


Body:अलवर में भाजपा नेताओं ने जमकर कांग्रेसमें कांग्रेस की नीतियों पर हमला बोला। शहर विधायक संजय शर्मा ने कहा कि भिवाड़ी की घटना में सरकार को जल्द से जल्द कदम उठाना होगा। अगर एक महीने में पीड़ित को न्याय नहीं मिला। तो भाजपा उग्र प्रदर्शन करेगी। यह प्रदर्शन प्रदेश में नही पूरे देश भर में देखने लायक होगा। उन्होंने भिवाड़ी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि भिवाड़ी की घटना में हरीश जाटव को जाति विशेष के लोगों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। जबकि उसकी बाइक से हल्का सा हादसा हुआ था। संजय शर्मा ने भिवाड़ी की पूरी घटना का ज़िक्र करते हुए बताया कि हल्के से हादसे के बाद जाति विशेष के लोग हरीश जाटव को बुरी तरह से पीटते हैं। तो वहीं घटना के बाद पुलिस पीड़ित को भिवाड़ी में भर्ती कर आती है। भिवाड़ी से उसे दिल्ली के लिए रेफर कर दिया जाता है। इलाज के दौरान हरीश जाटव की इस घटना में मौत होती है। तो वहीं इस घटना के बाद लगातार आरोपी हरीश जाटव के परिवार को धमकी दे रहे थे। इसके बाद उसके पिता रतिराम ने आत्महत्या कर ली। इन दोनों घटनाओं पर अलवर पुलिस मोहन रही तो पूरा मामला जब आती। उन्होंने गहलोत सरकार को गिरते हुए कहा कि जब पूरा देश आजादी का पर्व मना रहा था। उस 15 अगस्त के दिन एक दलित पिता ने धमकियों से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी। यह कैसी आजादी है। जिसमें जाति विशेष की धमकियों से तंग आकर एक बुजुर्ग पिता ने आत्महत्या कर ली।


Conclusion:उन्होंने कहा कि सरकार भोजपुरी गुमराह करने में लगी हुई है रतिराम का पूरा परिवार डरा हुआ है। उसके बाद भी उनकी मदद करने की जगह है। पुलिस उल्टा पूरा मामला दबाने में लगी हुई है। उन्होंने एसपी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जिस एसपी के कार्यकाल में अन्य जिलों में परेशान होकर पुलिसकर्मी आत्महत्या करते हो। उस एसपी से अलवर में न्याय की कैसे उम्मीद की जा सकती है। एसपी ने इस पूरी घटना को सामान्य सड़क हादसा बताया। तो वही पूरा पुलिस प्रशासन को सड़क हादसे बनाने में लग गया। हालांकि अलवर पहुंचकर आईजी ने इस घटना को 302 में बदलने की बात कही थी। लेकिन इस तरह के मामलों से सा है की सरकार और सरकार के आला अधिकारी आम जनता के खिलाफ है। अलवर में दो एसपी लगाने की बात कहते हैं। लेकिन उसके बाद भी आए दिन घटनाएं हो रही है। ऐसे में साफ है कि एसपी लगाने से कुछ फर्क नहीं पड़ेगा उनको पावर देनी होगी। बाइट- संजय शर्मा, अलवर शहर विधायक
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.