अलवर. कांग्रेस के परंपरागत वोटर माने जाने वाले मेव समाज के लोग अब मंत्री टीकाराम जूली से खासा (Minister Tikaram Julie problems increased) नाराज हैं. इनकी नाराजगी का आलम यह है कि अब इन लोगों ने मंत्री टीकाराम के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. समाज के लोगों का आरोप है कि मंत्री के इशारे पर कब्रिस्तान की जमीन को दूसरे के नाम ट्रांसफर कर बेच दिया है. ऐसे में अब समाज के लोग सूबे की गहलोत सरकार से आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की (Demand for action from Gehlot govt) मांग कर रहे हैं. साथ ही चेतावनी दी है कि अगर समय रहते मामले पर गौर नहीं किया गया तो वो आगे सड़क पर उतर विरोध प्रदर्शन करेंगे.
दरअसल, अलवर सिटी स्थित अखेपुरा कब्रिस्तान की जमीन को लेकर मंत्री टीकाराम जूली घिरते हुए नजर आ रहे हैं. मेव समाज ने मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. साथ ही ऐलान किया है कि आगामी 28 अक्टूबर को कब्रिस्तान की जमीन को लेकर एक बैठक होगी. जिसमें आर-पार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा.
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समाज के सक्रिय सदस्य शफात खान ने बताया कि कब्रिस्तान की जमीन को मंत्री टीकाराम जूली और उनके बिजनेस पार्टनर पूर्व प्रधान शिव लाल गुर्जर ने अधिकारियों से साठगांठ कर खातेदारी की जमीन करवा ली और इसे कारोबारी शिवलाल के बेटे राजेश को बेच दिया.
उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर को समाज की एक अहम बैठक होनी है. जिसमें सभी के समक्ष प्रस्ताव रखा जाएगा. आगे उन्होंने उपखंड अधिकारी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग की. साथ ही खातेदारी को यथाशीघ्र निरस्त कर कब्रिस्तान को पुन: बहाल करने की बात कही. शफात ने कहा कि हम सूबे के सीएम अशोक गहलोत से भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग किए हैं. ताकि संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके.