अलवर. एयर स्ट्राइक का कांग्रेस द्वारा प्रमाण मांगे जाने पर अलवर शहर के पूर्व विधायक बनवाली लाल सिंघल ने करारा जवाब दिया है. सिंघन ने कहा कि जो लोग प्रमाण मांग रहे हैं, उन्हें हेलीकॉप्टर में बैठा कर वहां छोड़ देना चाहिए. अगर वो बच जाते हैं तो कार्रवाई नहीं हुई है और नहीं बचते हैं तो उनके परिजन अपने आप पूरे मामले की जानकारी दे देंगे.
बता दें, हिंदूवादी मुद्दों पर और गो रक्षा पर बोलने वाले भाजपा के नेता और अलवर के दो बार विधायक रहे बनवारी लाल सिंघल ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस और उसके सहयोगी दल सेना और सरकार से प्रमाण मांग रहे हैं, यह सेना के साथ एक तरह का मजाक है और देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया ने माना है कि कार्रवाई हुई है और इसमें लोग मरे हैं.
बता दें, घटना से पहले उस इलाके में जो मोबाइल फोन एक्टिव थे वो बाद में बंद हो गए. उस हिसाब से अनुमान लगाया जा रहा है कि वहां 250 से 300 लोग मरे हैं. उन्होंने कहा कि प्रमाण मांगने से देश की सेना का मनोबल कम होगा. उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार है कि मोदी सरकार ने सेना को फ्री हैंड किया था. ऐसे में यह पूरी कार्रवाई सेना ने अपने हिसाब से तय करके की है. कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने पहले तो सेना को बधाई दी. लेकिन, बाद में प्रमाण मांगने लगे यह ओछी मानसिकता को दर्शाता है.
बनवारी लाल सिंघल कहा कि कांग्रेस के इस कदम से देश के शहीदों की शहादत और वीरता को छोटा कर दिया है. वहीं, देश के करोड़ों लोगों के मुंह पर तमाचा मारा गया है. अबकी बार प्रमाण मांगने वाले लोगों को कार्रवाई से पहले एक हेलीकॉप्टर में बैठाकर पैराशूट से उस क्षेत्र में छोड़ दिया जाए. अगर वे लोग बच के आते हैं तो कार्रवाई नहीं हुई है, अगर नहीं बचते हैं तो उनके परिजन अपने आप पूरे मामले की जानकारी दे देंगे.