अलवर. राजस्थान के डीजी जेल एनआरके रेड्डी एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को अलवर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि अलवर जेल राजस्थान की अन्य जिलों की तुलना में बेहतर है. यहां का स्टाफ और अधिकारी अच्छे हैं. जेल का भवन करीब डेढ़ सौ साल पुराना है. भवन को मेंटेनेंस कार्य की आवश्यकता है, हालांकि कारागार में अभी रख रखाव का कार्य चल रहा है.
उन्होंने कहा कि राजस्थान की जेल में बंदियों को औद्योगिक क्षेत्र से जोड़ने के लिए कई तरह की योजनाओं पर काम चल रहा है. अलवर के केंद्रीय कारागार में भी इस तरह की योजना चल रही है. जेल में बंदियों को दक्षता में सक्षम बनाने के लिए टेलरिंग और कॉल वेटिंग का कार्य चल रहा है. उन्होंने बताया कि अलवर जेल में फिनायल प्रोडक्ट का काम शुरू हो चुका है.
जिसके तहत सबसे पहले राजस्थान की सभी जेलों में फिनायल भेजी जाएगी. जिसके बाद लोकल पुलिस और निगम के माध्यम से फिनायल भेजा जाएगा. इससे बंदियों को पैसे मिलेंगे और उनके परिवार का खर्चा चल सकेगा. उन्होंने बताया कि अलवर जेल में मसाला यूनिट खोली जाएगी, जिसमें उत्तम श्रेणी के मसाले तैयार किए जाएंगे.
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डीजी जेल ने बताया कि कारागार में सुधार के लिए कई तरह की योजनाओं पर काम चल रहा है. जेल में एक नया सिस्टम लागू किया जा रहा है. जिसके तहत हर बंदी कैदी से पांच नंबर पूछे जाएंगे, जिससे वो बातचीत करना चाहता है फिर उन नंबर का वेरिफिकेशन किया जाएगा. जिसके बाद जेल से ही वो थम का निशान लगाकर अपने उन नंबरों से बातचीत कर पाएगा.
उन्होंने कहा कि जब सुविधाएं नहीं मिलती है तो परिजनों से बातचीत करने के लिए कैदी अन्य प्रोसेस अपनाते हैं. ऐसे में जरूरी है कि कैदियों को अपने परिवार जनों से बात करने की सुविधा प्रदान की जाए. उन्होंने कहा कि जेलों में मोबाइल पकड़े जाने के मामले कम हुए हैं.
राजस्थान में 1400 बंदियों को ओपन जेल चाहिए. हम 1100 बंदियों को ओपन जेल भेज पा रहे हैं, 300 बंदी फिर भी परेशान होते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस बार ओपन जेल के लिए कुछ बजट दिया है.