दौसा. अलवर के थानागाजी में हुई सामुहिक दुष्कर्म की घटना ने पूरे देश को हिला कर रख दिया. जहां एक तरफ सरकार इस मुद्दे पर बचने की कोशिश कर रही है, तो वहीं विपक्षी दल और अन्य संगठन इस मुद्दे को उछालकर अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं. इसी कड़ी में नागौर के कद्दावर नेता हनुमान बेनीवाल और राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा सरकार को घेरने के लिए मैदान में उतर चुके है. मंगलवार को दोनों ने समर्थकों के साथ सरकार के खिलाफ जिला मुख्यालय पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
इस दौरान हनुमान बेनीवाल मीणा के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आंदोलन में भाग लेते हुए नजर आए. घटना को लेकर बेनीवाल ने कहा कि थानागाजी की घटना की सीबीआई जांच होनी चाहिए. इसमें डीजीपी को बर्खास्त करें और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस्तीफा देना चाहिए.
बेनीवाल ने कहा कि घटना को लेकर आमजन और किसानों में भारी रोष है. राजस्थान में इस तरह की घटनाएं होती रही तो कुछ दिनों में प्रदेश आपराधिक मामलों में उत्तर प्रदेश और बिहार से भी आगे निकल जाएगा. राजस्थान सरकार ने अपने वोट बैंक को बचाने के लिए इस घटना को छिपाए रखा. हमारी मांग है कि मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और डीजीपी को बर्खास्त करना चाहिए.
बेनीवाल ने कहा कि यह आंदोलन पूरे प्रदेश में उग्र रूप ले चुका है और आगामी समय में मारवाड़ में दो लाख लोगों को एकत्रित कर आंदोलन किया जाएगा. सरकार के 4 माह के कार्यकाल को लेकर हनुमान बेनीवाल का कहना है सरकार के 4 महीने का परिणाम पूरी तरह जीरो है.