अलवर. जिले के गीतानंद शिशु अस्पताल में एफबीएनसी वार्ड में देवी वार्ड मशीन में जलने से बच्ची की मौत के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को राजीव गांधी अस्पताल, महिला अस्पताल और गीतानंद शिशु अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का सुबह 9 से 11 बजे तक 2 घंटे कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया. इसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी.
अस्पताल प्रशासन की ओर से इमरजेंसी सेवाओं में दो डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई. जिससे गंभीर मरीजों को इलाज मिलने में आसानी हुई. वार्ड में भर्ती मरीजों की देखभाल के लिए सीनियर डॉक्टरों को लगाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का निलंबन वापस नहीं होने तक रोजाना तीनों अस्पतालों में 9 से 11 बजे तक कार्य बहिष्कार रखने की घोषणा कर दी गई है.
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शिशु अस्पताल प्रभारी महेश वशिष्ठ एवं डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया था. इनके अलावा एफबीएनसी यूनिट की इंचार्ज शारदा शर्मा, नर्स स्नेह लता शर्मा और भारती मीणा एवं वार्ड बॉय तारा मीणा को निलंबित कर दिया था. वही अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रीशियन की भी सेवा समाप्त कर दी थी.