ETV Bharat / state

गीतानंद शिशु चिकित्सालय में कर्मचारियों के निलंबन का विरोध करते हुए डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार

बच्ची की मौत के बाद गीतानंद शिशु अस्पताल में एफबीएनसी वार्ड में मशीन जलने से बच्ची की मौत के बाद दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित करने के विरोध में शुक्रवार को अस्पताल कर्मचारीयों ने कार्य बहिष्कार किया. इसी वजह से अस्पताल में भर्ती मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा.

Geetanand Pediatric Hospital alwar, गीतानंद शिशु चिकित्सालय
डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार
author img

By

Published : Jan 3, 2020, 4:44 PM IST

अलवर. जिले के गीतानंद शिशु अस्पताल में एफबीएनसी वार्ड में देवी वार्ड मशीन में जलने से बच्ची की मौत के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को राजीव गांधी अस्पताल, महिला अस्पताल और गीतानंद शिशु अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का सुबह 9 से 11 बजे तक 2 घंटे कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया. इसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी.

अस्पताल प्रशासन की ओर से इमरजेंसी सेवाओं में दो डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई. जिससे गंभीर मरीजों को इलाज मिलने में आसानी हुई. वार्ड में भर्ती मरीजों की देखभाल के लिए सीनियर डॉक्टरों को लगाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का निलंबन वापस नहीं होने तक रोजाना तीनों अस्पतालों में 9 से 11 बजे तक कार्य बहिष्कार रखने की घोषणा कर दी गई है.

डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार
गौरतलब, है कि अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय मैं एफबीएनसी वार्ड में आग से बच्ची के मौत के मामले में दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किया गया था और संविदा पर रखे इलेक्ट्रीशियन की सेवाएं भी समाप्त कर दी थी.

पढ़ें- जेके लोन अस्पताल पहुंचे मंत्री रघु शर्मा, भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता हुए आमने-सामने

शिशु अस्पताल प्रभारी महेश वशिष्ठ एवं डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया था. इनके अलावा एफबीएनसी यूनिट की इंचार्ज शारदा शर्मा, नर्स स्नेह लता शर्मा और भारती मीणा एवं वार्ड बॉय तारा मीणा को निलंबित कर दिया था. वही अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रीशियन की भी सेवा समाप्त कर दी थी.

अलवर. जिले के गीतानंद शिशु अस्पताल में एफबीएनसी वार्ड में देवी वार्ड मशीन में जलने से बच्ची की मौत के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को राजीव गांधी अस्पताल, महिला अस्पताल और गीतानंद शिशु अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का सुबह 9 से 11 बजे तक 2 घंटे कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया. इसकी वजह से मरीजों को काफी परेशानी उठानी पड़ी.

अस्पताल प्रशासन की ओर से इमरजेंसी सेवाओं में दो डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई. जिससे गंभीर मरीजों को इलाज मिलने में आसानी हुई. वार्ड में भर्ती मरीजों की देखभाल के लिए सीनियर डॉक्टरों को लगाया गया. अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का निलंबन वापस नहीं होने तक रोजाना तीनों अस्पतालों में 9 से 11 बजे तक कार्य बहिष्कार रखने की घोषणा कर दी गई है.

डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार
गौरतलब, है कि अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय मैं एफबीएनसी वार्ड में आग से बच्ची के मौत के मामले में दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किया गया था और संविदा पर रखे इलेक्ट्रीशियन की सेवाएं भी समाप्त कर दी थी.

पढ़ें- जेके लोन अस्पताल पहुंचे मंत्री रघु शर्मा, भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता हुए आमने-सामने

शिशु अस्पताल प्रभारी महेश वशिष्ठ एवं डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया था. इनके अलावा एफबीएनसी यूनिट की इंचार्ज शारदा शर्मा, नर्स स्नेह लता शर्मा और भारती मीणा एवं वार्ड बॉय तारा मीणा को निलंबित कर दिया था. वही अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रीशियन की भी सेवा समाप्त कर दी थी.

Intro:अलवर जिले के गीतानंद शिशु अस्पताल में एफबीएनसी वार्ड में देवी वार्ड मशीन में जलने से बच्ची की मौत के बाद चिकित्सा विभाग के द्वारा दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किए जाने के विरोध में आज राजीव गांधी अस्पताल, महिला अस्पताल और गीतानंद शिशु अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का सुबह 9 से 11 बजे तक 2 घंटे कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। इसकी वजह से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है।


Body:अस्पताल प्रशासन के द्वारा इमरजेंसी सेवाओं में दो डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई हुई है। जिससे गंभीर मरीजों को इलाज मिलने में आसानी हो रही है। वार्ड में भर्ती मरीजों की देखभाल के लिए सीनियर डॉक्टरों को लगाया हुआ है। अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का निलंबन वापस नहीं होने तक रोजाना तीनों अस्पतालों में 9 से 11 बजे तक कार्य बहिष्कार रखने की घोषणा कर दी है।

गौरतलब है कि अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय मैं एफबीएनसी वार्ड में आग से बच्ची के मौत के मामले में दो डॉक्टरों सहित पांच कर्मचारियों को निलंबित किया गया था। और संविदा पर रखे इलेक्ट्रीशियन की सेवाएं भी समाप्त कर दी थी।

शिशु अस्पताल प्रभारी महेश वशिष्ठ एवं डॉक्टर कृपाल सिंह यादव को निलंबित कर दिया था। इनके अलावा एफबीएनसी यूनिट की इंचार्ज शारदा शर्मा, नर्स स्नेह लता शर्मा और भारती मीणा एवं वार्ड बॉय तारा मीणा को निलंबित कर दिया था। वही अनुबंध पर रखे गए इलेक्ट्रीशियन की भी सेवा समाप्त कर दी थी।




Conclusion:बाईट- दयाल चंद मरीज

बाईट- जगदीश नरूका मरीज

बाईट- डॉक्टर मोहनलाल सिंधी चिकित्सक अध्यक्ष अलवर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.