अलवर. अलवर में मंगलवार से वसुंधरा रसोई (vasundhara rasoi) की शुरुआत हुई. इसके तहत गरीब और जरूरतमंद लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. वसुंधरा रसोई की शुरुआत में राजीव गांधी सामान्य अस्पताल (Rajiv Gandhi General Hospital) के बाहर जरूरतमंद लोगों को खाने के पैकेट दिए गए. कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर पूर्व मंत्री डॉ रोहिताश शर्मा (former minister dr rohitash) पहुंचे. उन्होंने कहा कि सभी शहरों में वसुंधरा रसोई शुरू की जा रही है. इससे गरीब के साथ आम आदमी को राहत मिलेगी.
रसोई के उद्घाटन के मौके पर पूर्व मंत्री डॉ रोहिताश शर्मा ने एक बार फिर से अपनी पार्टी के प्रदेश नेतृत्व पर सवाल उठाए. साथ ही राजस्थान में वसुंधरा राजे को सबसे बड़ा नेता बताया. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा यह भाजपा का कार्यक्रम नहीं है. भाजपा के नेता व विधायकों को नहीं बुलाया गया है. यह वसुंधरा रसोई की शुरुआत है. वसुंधरा रसोई की शुरुआत एक संस्था की तरफ से की गई है. यह संस्था पूरे प्रदेश में गांव व शहरों में काम कर रही है. इसलिए कार्यक्रम में भाजपा के नेता नजर नहीं आ रहे हैं. इन लोगों ने मुझे बुलाया है, इसलिए मैं आया हूं.
इस दौरान रोहिताश ने एक बार फिर से अपनी पार्टी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र में विपक्ष नजर नहीं आ रहा. उसी तरह से प्रदेश में भी विपक्ष नहीं है, विपक्ष हीन जैसे हालात हैं. हालांकि अपने बयान पर सफाई देते हुए भी दिखे उन्होंने कहा कि मेरा मतलब था की पुरजोर तरह से विपक्ष बात नहीं रख रहा है. केवल मीडिया पर बयानबाजी का दौर चल रहा है. धरने प्रदर्शन नहीं हो रहे हैं. कुछ दिन पहले भी डॉ रोहिताश ने अपनी पार्टी पर सवाल उठाए थे. इसके बाद वो विवादों में आए थे.
पढ़ें: अलवर : जल्द शुरू होगा मेडिकल कॉलेज का काम, भिवाड़ी में नए अस्पताल का काम शीघ्र
उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की सबसे बड़ी नेता वसुंधरा राजे हैं. वसुंधरा राजे कोरोना के कारण कार्यक्रमों से दूर हैं. पहले वो खुद संक्रमित हुई थी. फिर उनके बेटे की तबीयत खराब हुई व अब उनकी पुत्रवधू की तबीयत खराब है. इसलिए पारिवारिक कारणों के चलते वो कार्यक्रमों से दूर हैं. लेकिन वो पार्टी की मजबूत नेता है.
पढ़ें: सोशल मीडिया पर सख्ती को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री का बयान, कहा- ईरान व रशिया जैसे हो रहे हालात
उन्होंने कहा कि किसी के कहने से कोई मुख्यमंत्री नहीं बनता. मीडिया पर लोग कहते हैं कि राजस्थान में भाजपा के पास पांच मुख्यमंत्री के चेहरे हैं. लेकिन यह तो पार्टी और समय निर्धारित करेगा. ऐसे में एक बार फिर से डॉ रोहिताश शर्मा का बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है.