बानसूर (अलवर). जिले के बानसूर कस्बे में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान की शुरुआत तहसीलदार जगदीश बैरवा के नेतृत्व में की गई है. यहां अलवर से आए खाद्य पदार्थों की जांच तहसीलदार और खाद्य सुरक्षा टीम के द्वारा की जा रही है. इस दौरान जांच टीम और तहसीलदार ने कस्बे में मिठाई और किराना की दर्जनभर दुकानों पर पहुंचकर मावा और पनीर के सैंपल लिए. अभियान के तहत की जा रही इस कार्रवाई से इलाके के मिठाई विक्रेताओं में हड़कंप मच गया.
टीम के कार्रवाई के दौरान एक हलवाई के गोदाम में रखे रसगुल्लों में चींटे पाए गए. टीम ने करीब 20 किलो रसगुल्ले नष्ट करवाए. वहीं एक किराना स्टोर चलाने वाले के पास लाइसेंस नहीं होने पर दुकान को सीज कर दिया गया. टीम की कार्रवाई के बारे में जब मिठाई विक्रेताओं को पता चला तो दुकानदार समय से पहले ही दुकानें बंद कर चले गए. अधिकारियों के कार्रवाई करके रवाना होने के बाद ही दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान खोले. कार्रवाई के दौरान राजस्व टीम और अलवर खाद्य विभाग की टीम भी मौजूद रही.
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तहसीलदार जगदीश बैरवा ने बताया कि त्योहारी सीजन में लोगों को शुद्ध मिठाई उपलब्ध हो सके, इसके लिए मिठाइयों की गुणवत्ता की जांच की जा रही है. लोगों से घरों में निर्मित मिठाई इस्तेमाल करने के लिए आग्रह किया गया है. उन्होने कहा कि शुद्ध के लिए युद्ध का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा.
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गौरतलब है कि दीपावली पर्व के मद्देनजर राज्य सरकार ने मिलावट के खिलाफ मुहिम चलाई है, जिसके तहत मिठाई की गुणवत्ता की जांच की जा रही है. सैंपल में मिलावटी मावा या खराब मिठाई पाए जाने पर प्रतिष्ठान पर टीम की ओर से कार्रवाई की जा रही है. जिला खाद्य विभाग टीम की ओर से बानसूर कस्बे सहित कई गांवों में चल रही मावे की भट्टियों और मिष्ठान भंडारों से पनीर और मावे के नमूने लेकर गुणवत्ता की जांच के लिए भेजा गया है.