अलवर. राजऋषि भरतरी मत्स्य विश्वविद्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे छात्रों ने सोमवार को भूसमाधी ले ली है. छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन पर भ्रष्टाचार, घोटाले व धांधली का लगातार आरोप लगा रहे हैं. छात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय नेताओं के दबाव में ऐसे छात्रों को गोल्ड मेडल दे रहे हैं जो पूर्व में फेल हो चुके हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन को सभी गोल्ड मैडल छात्रों की कॉपियां वेबसाइट पर अपलोड कर देनी चाहिए. साथ ही विश्वविद्यालय में कई तरह की व्याप्त अनियमितताएं भी देखने को मिल रही हैं.
अलवर का राशि भरतरी मत्स्य विश्वविद्यालय हमेशा से ही विवादों में रहा है. विश्वविद्यालय की कई बार वेबसाइट हैक हो चुकी है. इसके अलावा विश्वविद्यालय पर कई तरह के भ्रष्टाचार के आरोप भी लग चुके हैं. एक किराए के भवन में विश्वविद्यालय संचालित की जा रही है. हालांकि, नए भवन का निर्माण कार्य अलवर के हल्दीना में जारी है. विश्वविद्यालय में हो रही अनियमितताओं के विरोध में छात्र कई दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं. लेकिन छात्रों की समस्याओं का समाधान करने वाला या उनकी समस्याओं को सुनने वाला कोई नहीं है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने अभी तक छात्रों से बातचीत भी नहीं की. होली के मौके पर भी बड़ी संख्या में छात्र धरने पर बैठे रहे.
इससे परेशान छात्रों ने सोमवार को भूसमाधि ली है. इस दौरान वर्तमान छात्र संघ अध्यक्ष भी अन्य छात्रों के साथ भू-समाधि लेते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपनी मनमानी कर रहा है. छात्रों की समस्याओं को सुनने के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि नेताओं के बच्चों को गोल्ड मेडल दिए जा रहे हैं, जो कि पूरी तरह से गलत है छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से सभी छात्रों या गोल्ड मेडल के चयनित छात्रों की कॉपियां ऑनलाइन करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन समय पर परीक्षाएं आयोजित नहीं कर रहा है. परीक्षा फार्म भी विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से समय पर छात्रों से नहीं भरवाए जाते हैं. इसके अलावा परिसर में हुई भर्तियों में भारी धांधली हुई है तो वहीं कॉपियां चेक होने में भी गड़बड़ी के मामले सामने आ चुके हैं.
छात्र नेता सुमंत चावड़ा ने कहा कि जब तक विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की मांग नहीं मानेगा, तब तक उनका धरना व विरोध अनवरत जारी रहेगा. अलवर की मत्स्य विश्वविद्यालय की बदनामी हो रही है. बाहर के लोग यहां मनमानी कर रहे हैं. ऐसे में लाखों युवाओं का भविष्य खतरे में है. मत्स्य विश्वविद्यालय में हर साल डेढ़ लाख से ज्यादा बच्चे परीक्षा में शामिल होते हैं. अलवर जिले के सभी कॉलेज मत्स्य विश्वविद्यालय के अधीन आते हैं. हमेशा से ही मत्स्य विश्वविद्यालय विवादों में रहा है. विश्वविद्यालय का कार्यक्रम होने वाला है. इसमें स्टूडेंट को गोल्ड मेडल दिए जाएंगे. अब यह मुद्दा तूल पकड़ रहा है. पूर्व छात्र नेता विष्णु चावड़ा ने कहा उद्योग मंत्री शकुंतला रावत के बेटे को राजनीतिक दबाव के चलते गोल्ड मेडल दिया जा रहा है.