अलवर. जिले के गोविंदगढ़ में रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा चिरंजी लाल के घर पर परिजनों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने परिजनों से बातचीत के दौरान विवादास्पद बयान (Gyandev Ahuja controversial statement) दिया. यही बयान ज्ञानदेव आहूजा के सामने मुश्किल खड़ा कर रहा है. अलवर के गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने धार्मिक भावना भड़काने के मामले में उन पर एफआईआर दर्ज की है. बता दें कि गोविंदगढ़ के पास 14 अगस्त को कुछ लोगों ने चिरंजी लाल सैनी की ट्रैक्टर चोरी के शक में इतना पीटा था कि अस्पताल में उसकी मौत हो गई. पुलिस इस मामले में अब तक 10 लोग गिरफ्तार कर चुकी है.
मैं सांप्रदायिक व्यक्ति नहीं हूं- ज्ञानदेव आहूजा: पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि गोविंदगढ़ बीट कांस्टेबल ने विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ FIR की. जिसमें उसने लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने और वैमनस्य फैलाने की शिकायत की है. इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 153ए के तहत दर्ज कराया है. इस मामले पर ज्ञानदेव आहूजा ने कहा है कि मैं सांप्रदायिक व्यक्ति नहीं हूं न ही मैं मुसलमानों के खिलाफ हूं. मैं अपराध के खिलाफ हूं. लेकिन अब पूर्व विधायक के बयान के खिलाफ पूरे प्रदेश में राजनीति हो रही है.
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गुरुवार को बीजेपी का प्रतिनिधिमंडल चिरंजीलाल के घर पहुंचा: गुरुवार को भाजपा का प्रतिनिधिमंडल चिरंजी लाल के घर पर परिजनों से मिलने गोविंदगढ़ पहुंचा. इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ा. भाजपा के नेताओं ने मुख्यमंत्री गहलोत पर भी गंभीर आरोप लगाए. इसी बीच शुक्रवार को रामगढ़ के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा अपने समर्थकों के साथ चिरंजीलाल के परिजनों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दुख व्यक्त करने के दौरान कहा कि हम लोगों ने पांच लोगों को मारा, मैंने अपने कार्यकर्ताओं को छूट दे रखी थी कि तुम मारो मैं जमानत करवा लूंगा. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने ज्ञानदेव आहूजा के बयान को रिकॉर्ड कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
डोटासरा ने ट्वीट भी किया: ज्ञानदेव आहूजा के बयान को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने मुद्दा बना लिया. गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर भाजपा को कटघरे में खड़ा किया. लिखा भाजपा के मजहबी आतंक और कट्टरता के और क्या सबूत चाहिए. पूरे देश में भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है. गोविंद सिंह डोटासरा के इस ट्वीट के बाद प्रदेश में एक बार फिर से राजनीति गरमा चुकी है. लगातार बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो चुका है. वहीं कांग्रेस और भाजपा के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाने में लगे हैं. इस सबके बाद अलवर पुलिस ने मामले में ज्ञानदेव आहूजा पर धार्मिक भावना भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की है.