अलवर. जयपुर रेलवे मंडल में जयपुर के बाद रेलवे को अलवर जंक्शन से सबसे अधिक आय होती है. अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता है. जंक्शन पर तीन प्लेटफार्म की सुविधा है, तो वहीं प्रतिदिन विभिन्न ट्रेनों में 35 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं.
बता दें, माल भाड़े में अलवर उत्तर पश्चिम रेलवे का सबसे अधिक आय देने वाला जंक्शन है. इसलिए लगातार अलवर में यात्री सुविधाओं में विस्तार किया जा रहा है. 'ए' श्रेणी के अलवर जंक्शन पर वाईफाई, एसी वेटिंग रूम, एसी रिटायरिंग रूम, फूड प्लाजा और अन्य सुविधाएं हैं. इसके अलावा फुटओवर ब्रिज पर इलेक्ट्रॉनिक एक्सीलेटर, लिफ्ट सहित अन्य सुविधाओं के प्रस्ताव तैयार हो चुके हैं.
अलवर जंक्शन पर सीसीटीवी कैमरे भी लगने हैं. उसके लिए जगह का चुनाव हो चुका है. आरपीएफ की निगरानी में कैमरे की मॉनिटरिंग होगी. ऐसे में आने वाले समय में अलवर जंक्शन पर यात्री सुविधाओं में और बढ़ोतरी होने की संभावना है. अलवर पर यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लेने के लिए रेलवे बोर्ड के सदस्य रेशमा हुसैन मंगलवार को अलवर पहुंची. सड़क मार्ग से वो अलवर आईं. रेलवे जंक्शन पर जयपुर रेलवे मंडल के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.
अलवर जंक्शन के स्टेशन अधीक्षक रंग लाल मीणा ने बताया कि रेशम हुसैन ने अलवर जंक्शन का निरीक्षण किया. साफ-सफाई, वेटिंग रूम, फूड स्टॉल, फूड प्लाजा सहित सभी जगह को चेक किया. वहीं, फूड प्लाजा का खाना भी खाया. इस दौरान उन्होंने कई जरूरी निर्देश देते हुए अलवर जंक्शन पर आगामी समय में यात्री सुविधाओं में विस्तार होने की बात कही. वहीं, जयपुर रेलवे मंडल के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. रंग लाल मीणा ने कहा कि रेशमा हुसैन अलवर के बाद जयपुर जंक्शन का भी निरीक्षण करेंगी. निरीक्षण में मिलने वाले हालातों की रिपोर्ट बनाकर रेलवे बोर्ड को दी जाएगी. निरीक्षण के दौरान जयपुर रेलवे मंडल के सीनियर डीसीएम राकेश कुमार, अलवर जंक्शन स्टेशन अधीक्षक रंग लाल मीणा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.