अलवर. देश की राजधानी दिल्ली से पर्यटन नगरी सवाईमाधोपुर जाने वाले हजारों लोगों के लिए खुशखबरी है. दिल्ली से सवाईमाधोपुर का सफर अब 3 घंटे में पूरा होगा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे मई माह में सवाईमाधोपुर तक आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.
अभी दिल्ली से दौसा तक लोग एक्सप्रेस वे पर सफर कर रहे हैं. सवाईमाधोपुर तक एक्सप्रेस वे शुरू होने से हजारों पर्यटकों को राहत मिलेगी. क्योंकि बड़ी संख्या में पर्यटक सफारी का आनंद लेने के लिए रणथंभौर जाते हैं. साथ ही बड़े गणेश जी के मंदिर व आसपास क्षेत्र में बने फोर्ट, होटल व रिसोर्ट में छुट्टियां बिताते हैं. प्रतिदिन यहां हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं. दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे मई माह से सवाईमाधोपुर तक शुरू हो रहा है. इसके शुरू होने से दिल्ली से सवाईमाधोपुर की दूरी महज 3 से 4 घंटे में पूरी हो सकेगी.
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सवाईमाधोपुर से एक्सप्रेस हाइवे का 68.4 किमी हिस्सा गुजर रहा है. इसमें जिले के चौथ का बरवाडा, सवाईमाधोपुर व बौंली उपखंड के 31 गांवों शामिल हैं. दिल्ली से सवाईमाधोपुर 443 किलोमीटर दूर है. आमतौर पर दिल्ली से सवाईमाधोपुर नेशनल हाईवे से जाने में 7 से 8 घंटे का समय लगता है. लेकिन दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से दिल्ली से सवाईमाधोपुर पहुंचने में 3 से 4 घंटे का समय लगेगा. एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि मई माह में एक्सप्रेस वे को सवाईमाधोपुर तक शुरू कर दिया जाएगा.
राजस्थान में कहां पर है प्रवेश व एक्जिट की सुविधाः एक्सप्रेस-वे पर एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम लगा हुआ है. यहां इंटरचेंज के जरिए एंट्री और एग्जिट मिलेती है. एक्सप्रेस वे पर 12 जगहों पर इंटरचेंज की सुविधा है. नौगांव (अलवर), बड़ौदा मेव लक्ष्मणगढ़ (अलवर), पिनान राजगढ़-मंडावर रोड, भांडारेज (दौसा), डूंगरगांव (लालसोट) दौसा, चिमनपुरा गांव (लालसोट) दौसा, मुई गांव (सवाईमाधोपुर), इंदरगढ़ गांव (बूंदी), सीमल्या (कोटा), चेचट (कोटा), दरा (कोटा) और रावतभाटा (चित्तौड़गढ़) में इंटरचेंज है.
दिल्ली से कैसे पहुंचे सवाईमाधोपुरः मुंबई एक्सप्रेस वे राजस्थान के 7 जिलों की 18 तहसीलों के 265 गांवों की सीमा से होकर गुजर रहा है. इसमें अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिला शामिल है. दिल्ली से दौसा तक के पहले फेज को आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. यह पैकेज गुरुग्राम, सोना से लेकर दौसा जिले के भांडारेज और लालसोट को कनेक्ट करता है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे यमुना के साथ महारानी बाग-फ्रेंड्स कॉलोनी के पीछे से ओखला, शाहीन बाग होते हुए सरिता विहार मेट्रो लाइन को पार करेगा.
इसके बाद कालिंदी कुंज मेट्रो स्टेशन के पास आकर आगरा नहर किनारे से होकर फरीदाबाद तक आएगा. यह पूरा हिस्सा एलिवेटिड होगा. यहां सेक्टर-37 के सामने आगरा-गुरुग्राम नहर पर पुल बनाया गया है. यहां मौजूदा बाईपास सड़क से जुड़ जाएगा. फिर कैली गांव के पास दिल्ली-आगरा हाइवे के अंडरपास को फ्लाईओवर के जरिए पार करेगा. फिर कैली से पलवल के मिंडकौला और नूंह जिले के खेड़ा खलीनपुर गांव में बन रहे इंटरचेंज में मिल जाएगा. यहां से अलवर, कोटा होते हुए मुंबई पहुंचेगा. डीएनडी फ्लाईओवर से एक्सप्रेस वे को जोड़ने की प्रक्रिया अभी चल रही है.
एक्सप्रेस-वे पर होगी अब पुलिस की गश्तः दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर अब पुलिस की गश्त रहेगी. एनएचएआई की तरफ से पुलिस को गश्त करने के लिए वाहन उपलब्ध कराए जाएंगे. साथ ही एक्सप्रेस वे के टोल प्लाजा आसपास क्षेत्र में पुलिस चौकी लगाई जाएगी. एनएचएआई के अधिकारियों ने कहा कि पुलिस की तरफ से वाहनों की जांच पड़ताल की जाएगी.
एक्सप्रेस वे पर मिलने लगी सुविधाएंः दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे पर सफर करने वाले लोगों को पेट्रोल पंप हॉस्पिटल, रेस्टोरेंट सहित अन्य सुविधाएं मिलने लगी हैं. शुरुआत में केवल लोगों को रेस्टोरेंट की सुविधा मिल रही थी. इसके अलावा रेस्ट रूम में शौचालय गंदे होने, पानी नहीं आने सहित कई शिकायतें मिल रही थीं. ऐसे में एनएचएआई की तरफ से हॉस्पिटल, रेस्टोरेंट, पेट्रोल पंप सहित सभी सुविधाओं को शुरू कर दिया गया है. इन सुविधाओं के शुरू होने से सफर करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिली है.