बहरोड़ (अलवर). नीमराना थाना पुलिस ने दिल्ली की ओर से परचून का सामान भर कर बहरोड़ लौट रहे एक ट्रांसपोर्ट वाहन को हाइवे पर शाहजहांपुर टोल प्लाजा से निकलते ही रुकवा कर वाहन में शराब भरी होने की बात कही. उसके बाद उस वाहन को नीमराना थाने लाकर खड़ा कर दिया और बिना कारण उसे 48 घंटे थाने पर खड़ा रखा. मीडिया में मामला आने की भनक लगते ही पुलिसकर्मियों ने मामले को दबाने लगे, लेकिन तब तक सब कुछ बिगड़ चुका था.
ट्रांस्पोर्टर जितेंद्र शर्मा निवाशी बहरोड़ ने बताया कि हमारा ट्रांस्पोर्ट का काम है. दिल्ली से उनकी टाटा 407 राशन का सामान भरकर बहरोड़ आ रही थी कि शाहजहांपुर टोल टैक्स पर नीमराना थाने के सिपाही महिपाल चौधरी व प्रद्युमन ने हमारी गाड़ी को रुकवाया और कहा कि हमें सूचना मिली है कि आपकी गाड़ी में शराब भरी है. इसलिए आपकी गाड़ी की तलाशी ली जाएगी. गाड़ी के ड्राइवर ने कहा कि साहब गाड़ी में राशन का सामान है कोई शराब नहीं है. लेकिन दोनों सिपाही गाड़ी को नीमराना थाने ले आये. जहां पर थाने में खड़े ट्रक को 48 घंटे बीत जाने के बाद भी नहीं छोड़ा.
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ट्रांसपोर्टर जितेंद्र ने बताया कि जब मैने प्रद्युमन को गाड़ी छोड़ने की बात कही तो उन्होंने मुझे धमकाया और गाड़ी को परमानेंट बंद करने की बात कही. लेकिन उसके बाद सेलटैक्स विभाग को सूचना देकर थाने बुलाया. बाद में हमारी गाड़ी का एक हजार रुपये का चालान काट कर गाड़ी छोड़ दी गई. गाड़ी मालिक ने बताया कि नीमराना थाने में तैनात प्रद्युमन का रिश्तेदार भी ट्रांस्पोर्टर है, जिसके कारण मेरी गाड़ी को रोका गया ताकि मेरा सामान समय पर नहीं पहुंचे और मेरे ग्राहक टूटकर उसके पास चले जाएं. मामला मीडिया में आने के बाद जब थाना प्रभारी अजय सिंह से इस मामले में पूछा तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई मामला नहीं है. हां एक गाड़ी को पकड़ा था जिसके कागज नहीं होने पर उसका चालान कर दिया है.