अलवर. अलवर में हुई बारिश और ओलावृष्टि ने राजगढ़ व अलवर ग्रामीण क्षेत्र में सरसों और गेहूं की फसल को चौपट कर दिया. इसके अलावा प्याज का बीज खराब हो गया व जानवरों के लिए तैयार होने वाले चारे को भी खासा नुकसान पहुंचा है. अलवर जिले का किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है. वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलवर के जिला कलेक्टर को नुकसान की गिरदावरी करवाने के आदेश दिए हैं. जिसके बाद जिला कलेक्टर ने नुकसान के आकलन के लिए टीम ने बनाई है.
अचानक बदला मौसम का मिजाजः अलवर में अचानक बदले मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी. जिले के राजगढ़ व अलवर ग्रामीण में ओलावृष्टि ने खेतों में खड़ी फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है. राजगढ़ व अलवर ग्रामीण क्षेत्र में शुक्रवार रात करीब 9 बजे अचानक मौसम बदल गया और मूसलाधार बारिश के साथ चने के आकार के ओले गिरने शुरू हो गए. सड़क व खेतों पर ओलों की चादर बिछ गई. क्षेत्र वासियों को पहली बार इस तरह का नजारा देखने को मिला. किसानों ने बताया कि इतने ओले एक साथ पहले कभी खेतों में नहीं देखे गए कुछ समय के लिए खेत सफेद से दिखने लगे थे. अब ये पानी 24 घंटे तक नहीं सूखेगा और जो बची हुई फसल है, वो भी बर्बाद हो जाएगी. सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं की फसल को हुआ है. दो दिन से अलवर जिले में बारिश से खेती-बाड़ी बहुत अधिक चौपट हुई है. किसानों की करोड़ों की फसल खराबे में चली गई. गेहूं, जौ और सरसों सभी में नुकसान होने से किसानों की चिंता बढ़ी है.
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किसानों को मोटा नुकसान होना तयः लगातार बारिश होने और बादल छाए रहने से गर्मी से जरूर राहत है, लेकिन बारिश की वजह से किसानों को मोटा नुकसान होना तय है. पहले ओले से नुकसान हो चुका है. अब बारिश से और मुश्किल हो गई है.फसल में हुए नुकसान को देखते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलवर जिले में हुई ओलावृष्टि से फसल खराबे की गिरदावरी कराने व नियमानुसार मुआवजे देने के लिए जिला कलक्टर अलवर को निर्देश दिए हैं. जिसके बाद जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने संबंधित उपखंड अधिकारी, तहसीलदार को निर्देशित किया है कि ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्र में फसल खराबे कि तुरंत प्रभाव से गिरदावरी व नियमानुसार मुआवजे की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने निर्देश दिए हैं कि गिरदावरी कार्य हेतु टीमें गंभीरता से सर्वे का कार्य करें. पांच अलग-अलग टीमों द्वारा क्षेत्र का विजिट किया जा रहा है. शनिवार को जिला कलेक्टर क्षेत्र में पहुंचे और ग्रामीणों से मुलाकात करते हुए उनकी समस्या सुनी.
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नुकसान की सूचना 72 घंटे के अंदर देंः किसान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत बीमित फसल में नुकसान होने पर सूचना 72 घण्टे के अन्दर दें. जिला प्रशासन की तरफ से किसानों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है. जिला कलेक्टर ने कहा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत रबी 2022-23 में बीमित फसल में चक्रवात, चक्रवाती वर्षा, बेमौसम वर्षा, जलप्लावन, ओलावृष्टी इत्यादि कारणों से खड़ी या कटाई के उपरांत 14 दिन तक खेत में सूखने को रखी गई अधिसूचित फसलों में नुकसान होने पर SBI जनरल इंश्योरेंस कम्पनी के टोल फ्री नम्बर 18002091111 पर अपनी फसल खराब की सूचना दे दें. यह सूचना घटना होने के 72 घंटे की समय सीमा में देवे या क्रॉप इंश्योरेंस एप अथवा लिखित में अपने बैंक, कृषि विभाग अथवा बीमा कम्पनी के प्रतिनिधि को सूचित करें.