बानसूर (अलवर). बानसूर के पार्षदों द्वारा नगरपालिका परिसर में वाइस चेयरमैन बनवारी लाल सैनी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. मांगे पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है. नगरपालिका वाइस चेयरमैन बनवारी लाल सैनी और पार्षदों ने बताया कि 7 दिन पहले अधिशाषी अधिकारी (ईओ) से नगरपालिका क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का विवरण और लेखा-जोखा मांगा गया था. जिसको लेकर ईओ ने 16 मार्च गुरुवार का समय दिया था. साथ ही कहा था कि सभी कार्यों का विवरण गुरुवार को दे दिया जाएगा. इसके बाद भी अभी तक किए गए विकास कार्यों तथा खर्च जानकारी नहीं दी गई है.
नगर पालिका में भ्रष्टाचार को लेकर भी आरोप लगायाः पार्षद कालू पसारी ने कहा हम सभी पार्षद बीते सोमवार को नगर पालिका अधिशासी अधिकारी से मिले थे. उनसे नगरपालिका कर्मचारियों का रवैया तथा नगर पालिका में हो रहे कामकाज के ब्योरा के बारे में जानकारी मांगी गई थी. उन्होंने 3 दिन का समय मांगा था. समय सीमा बीत जाने के बाद पार्षदों ने फिर ईओ से फोन पर बात की गई तो वाइस चेयरमैन बनवारी सैनी से असभ्य भाषा में बात की गई. उस वक्त सभी पार्षदों ने निर्णय लिया कि 20 मार्च को नगर पालिका धरना देंगे. आज सोमवार 20 मार्च को नगर पालिका परिसर में फर्श पर दरी और चादर बिछाकर पार्षद गण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए.
मनमाने ढंग से कर दी गईं नियुक्तियांः नगर पालिका की ओर से बनाए गए पट्टों में पार्षदों ने धांधली का आरोप लगाया और उसका लेखा-जोखा मांग रहे हैं. पालिका में हो रही आय तथा व्यय के विवरण की जानकारी भी मांगी गई. इतना ही नहीं अपनी मनमानी से नगर पालिका में नियुक्तियां कर दी गई हैं. किसी भी पार्षद मेंबरों से नहीं पूछा गया. निविदाएं अपने मनमाने तरीके से दी गईं. वहीं कैमरों की निविदाएं निकाली गई. वह भी कोटपूतली ले जाकर निविदा निकाली गई और अपने चहेतों को टेंडर दे दिया गया. हम सभी पार्षदों ने जब इस मामले को लेकर विरोध किया तो कहने लगे तुम को इस मामले से क्या लेना देना. पिछली महापंचायत समिति सभागार में हुई एक बैठक के दौरान उपखंड अधिकारी की मौजूदगी में सभी पार्षदों को आश्वासन दिया गया था एक पार्षद के साथ वार्डों में तीन सफाई कर्मी कार्य करेंगे.
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सफाई कर्मियों के पीएफ का पैसा नहीं दिया गयाः ठेकेदार के पास पूर्ण रूप से सफाई कर्मी नहीं हैं. जिस ठेकेदार को ठेका दिया है, उनके पास 102 सफाई कर्मी का टेंडर दिया है. फिलहाल साफ सफाई कर्मी 75 ही लगाए गए हैं. बाकी 27 कर्मियों का नगरपालिका तथा ठेकेदार भुगतान उठा रहे हैं. सफाई कर्मियों का पीएफ का पैसा नहीं दिया गया है. सफाई कर्मी करीबन 10 दिन से हड़ताल पर चल रहे हैं. कस्बे में जगह-जगह गंदगी का ढेर जमा है. पार्षदों ने नगर पालिका ईओ पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया है. नगर पालिका में बने सभी सीमेंटेड रोडो की गुणवत्ता की भी जांच की मांग की गई है. मांगे पूरी नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी भी दी है. पार्षदों ने आरोप लगाया है कि कुछ स्थाई सफाई कर्मी नगर पालिका में दिन भर बैठे रहते हैं.
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क्या है जिम्मेदार काः इस संबंध में नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी सुमेर सिंह मीणा का कहना है कि नगरपालिका पार्षदों ने जो भी सूचनाएं मांगी थी हमने लिखित में दे दी. इसके अलावा जो भी कामकाज नगर पालिका के द्वारा चलाए जा रहे हैं या स्वीकृत किए गए हैं उनकी सारी जानकारी दे दी गई और जो कुछ बचा है उसकी भी जानकारी जल्द ही दे देंगे. किसी भी पार्षद या उप चेयरमैन से फोन पर किसी भी प्रकार की अपशब्द भाषा का उपयोग नहीं किया गया. परमानेंट सफाई कर्मियों की नियुक्तियां बाहर फील्ड में की गई हैं. पालिका में कोई भी सफाई कर्मी नहीं बैठा रहता.