अलवर. कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत सुगना बाई धर्मशाला के पीछे चल रहे अवैध सट्टे के कारोबार का बीती रात विरोध करना एक पार्षद पति को महंगा पड़ गया और अवैध सट्टा के कारोबार करने वाले लोगों ने पार्षद पति की जमकर पिटाई कर दी. इस घटना से नाराज मोहल्ले के लोगों ने कोतवाली थाने में पहुंच कर जमकर हंगामा किया.
आक्रोशित मोहल्लेवासी ओर पार्षद पति ने पुलिस संरक्षण में अवैध सट्टे के कारोबार को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में जमकर हंगामा किया और पुलिस पर मिलीभगत के आरोप लगाए. वार्ड संख्या 10 से पार्षद मीरा देवी के पति कैलाश कोली की पिटाई के बाद चाकू दिखा कर धमकाया गया. इसके बाद पार्षद मीरा के नेतृत्व में श्योलालपुरा के लोग कोतवाली थाने पहुंच गए और पुलिस पर मिलीभगत करने के आरोप लगाए.
आक्रोश पार्षद पति ने लगाया आरोप की पुलिस के संरक्षण में हो रहा है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अवैध सट्टे का काम में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल हो गए है. जिनका भविष्य खराब हो हो रहा है है. कोतवाली में हंगामे की सूचना के बाद अतीरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुला लिया गया और उच्च अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
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आक्रोशित लोग विधायक संजय शर्मा के घर भी पहुंचे ओर पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने की बात कही. इसके बाद शहर विधायक ने एएसपी पुष्पेंद्र सोलंकी से फोन पर बात की और मामला दर्ज करने के आदेश दिए. इसके बाद विधायक और पुलिस अधिकारियों ने लोगों से समझाइश कर मामला शांत करवाया है. पुलिस ने जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वसन दिया है.
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क्षेत्रवासियों का कहना रहा कि शहर में पुलिस मिलीभगत से रात आठ बजे बाद भी खुलेआम शराब की बिक्री होती है. इसका विरोध करने पर अवैध शराब माफियाओं के द्वारा मारपीट और हमला कर दिया जाता है. पुलिस इनके खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय शिकायत करने वालों को ही धमकाती है. वार्ड के लोगों ने 15 सितंबर को शिकायत दी थी कि क्षेत्र में अवैध सट्टे की खाईवाली और अवैध शराब बिकती है. उस पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी.