अलवर. अलवर के पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के गृह जिले में कांग्रेस पर लगातार आरोप लग रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के प्रयास के बाद अलवर नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बनाया गया. उस दौरान कांग्रेस पार्टी व उसके नेताओं ने कई बड़े दावे किए, लेकिन उन सभी दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. पार्टी के पार्षदों ने नगर परिषद में आयुक्त का घेराव किया. पार्षदों का आरोप है कि नगर परिषद में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. इस दौरान नगर परिषद में कांग्रेसी पार्षद नरेंद्र मीणा और वरिष्ठ कांग्रेसी पार्षद नारायण साईं वाल ने नगर परिषद सभापति पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. उन्होंने कहा निर्माण की मंजूरी देनी हो या पट्टा देने का काम हर काम के लिए रिश्वत ली जा रही है. आमजन कांग्रेसी पार्षदों को घेरने में लगे हैं. जिसके चलते पार्षदों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है.
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पार्षदों का साफ तौर पर कहना था कि हालात लगातार खराब हो रहे हैं. ऐसे में पार्षद नगर परिषद में भ्रष्टाचार को लेकर धरना देंगे. इस संबंध में उन्होंने श्रम मंत्री से मुलाकात की और धरने की चेतावनी दी है. कांग्रेस के पार्षदों ने कहा अलवर नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड बने एक साल हो गया है. लेकिन, उसके बाद भी वार्ड में समस्या जस की तस बनी हुई है. लोगों को समय पर पानी नहीं मिलता. वार्ड की लाइट खराब है, सड़कें टूटी हुई हैं व सफाई की व्यवस्था बेहतर नहीं है. ऐसे में लोग पार्षदों पर आरोप लगा रहे हैं. परेशान पार्षदों ने आयुक्त का घेराव करते हुए व्यवस्था सुधार करने की मांग की है. अगर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं हुआ तो सोमवार से कांग्रेसी पार्षद अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देंगे.
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पार्षदों ने कहा कि शहर में रोड लाइट मरम्मत कार्य सहित कई कार्यों के लिए लाखों करोड़ों रुपए के बजट जारी किए जाते हैं. लेकिन उनका लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. इसलिए लोग खासे परेशान हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हाल ही में 25 लाख रुपए के टेंडर में गड़बड़ी मिली. रोड लाइट के मरम्मत कार्य में टेंडर राशि बढ़ा दी गई है. लेकिन मरम्मत कार्य नहीं हो रहा है. पार्षदों ने कहा कि एक साल में ना तो वार्ड में लाइट लगी है. ना ही सफाई बेहतर हुई है. नगर परिषद में केवल भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है.