अलवर. कोरोना काल के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी अपनाने और देश को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही. इस दौरान उन्होंने आंत्रप्रेन्योर बनने का आह्वान किया. इसका असर अब नजर आने लगा है. अलवर के औद्योगिक क्षेत्रों में लोग निवेश कर रहे हैं. देशभर के लोग लगातार औद्योगिक इकाई लगाने के लिए रीको से संपर्क कर रहे हैं.
अलवर को राजस्थान की औद्योगिक राजधानी कहा जाता है. अलवर में 15 हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं. अलवर में भिवाड़ी, धारूहेड़ा, खुशखेड़ा, नीमराना, अलवर, थानागाजी, राजगढ़, खेड़ली सहित कई औद्योगिक क्षेत्र हैं. जो देश में अपनी अलग पहचान रखते हैं. देशी-विदेशी कई नामी कंपनियां यहां संचालित होती है. कोरोना का काल के दौरान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है. जब लोगों को देश में बने हुए सामान को काम में लेना चाहिए. हमें सभी सामान का उत्पादन देश में करना चाहिए. उसके बाद से लगातार केंद्र सरकार राज्य सरकार की तरफ से युवाओं को प्रोत्साहन योजनाएं लागू की गई.
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जिससे ज्यादा-ज्यादा औद्योगिक इकाई लगे युवा आत्मनिर्भर हो. इसके प्रयास किए जा रहे हैं. इसका असर अलवर क्षेत्र में भी नजर आने लगा है. गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश सहित अलवर में निवेश करना चाहते हैं. इसको लेकर लगातार रीको से संपर्क कर रहे हैं. वहीं अलवर के औद्योगिक क्षेत्र में इकाई लगा रहे हैं. रीको के अधिकारियों ने कहा अलवर NCR का हिस्सा है. यहां उद्योग लगाना उद्यमियों के लिए फायदेमंद साबित होता है. इसलिए लगातार अलवर और आसपास क्षेत्र में उद्योग लगाने वाले लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.
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वहीं सरकार की तरफ से भी युवाओं के लिए कई नई प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की गई है. युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार उनको जमीन, लोन और बिजली में छूट सहित कई विशेष योजनाएं उपलब्ध कराई जा रही है. इसका फायदा देखने को मिल रहा है.
अलवर, भिवाड़ी, नीमराना सहित सभी औद्योगिक क्षेत्रों में लोग निवेश कर रहे हैं. इसका सीधा तौर पर फायदा अलवर के लोगों को मिलेगा. अलवर के लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं अलवर में रोजगार के नए साधन उपलब्ध होंगे. अधिकारियों ने कहा अलवर ट्रेन और सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है.
जयपुर और दिल्ली के बीच में स्थित होने के कारण यहां का जलवायु भी औद्योगिक इकाइयों के लिए बेहतर है. अन्य जगहों की तुलना में यहां पर क्राइम का ग्राफ कम होने के कारण उद्योगपति क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं. इसका सीधा फायदा अलवर के लोगों को मिलेगा.