रामगढ़ (अलवर). क्षेत्र में दिल्ली-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग के समीप सिरमौर गांव के पास गोवंश से भरे आइसर कैंटर वाहन को पुलिस ने लावारिस अवस्था में बरामद किया है. जांच में वाहन में 16 गोवंश बेरहमी से भरे हुए पाए गए. इनमें से 3 गोवंश की दम घुटने के कारण मौत हो चुकी थी. पुलिस ने जीवित बचे शेष 13 गोवंश को सुधासागर गौशाला के लिए सुपुर्द कर दिया है.
गौ तस्करी के लिए सुरक्षित है यह क्षेत्र
थाना क्षेत्र के मिलकपुर, चिड़वाई, बिलासपुर ,ललाबंडी, खिलोरा गांव के ग्रामीणों का कहना है पिछले 2 साल से रामगढ़ थाना क्षेत्र के उक्त गांवों से रात के अंधेरे में गौ तस्कर गोवंश को तस्करी कर हरियाणा ले जा रहे हैं. गोतस्करों के लिए थाना क्षेत्र की सीमा से गौ तस्करी करना एकदम सुरक्षित और आसान हो गया.
चोरी के वाहनों का प्रयोग
राजस्थान से हरियाणा तक गौ तस्करी के धंधे में लिप्त गौ तस्कर इस कार्य में चोरी के वाहनों का प्रयोग करते हैं. पुलिस और ग्रामीणों की घेराबंदी में फंसने के बाद गौ तस्करों की प्राथमिकता किसी भी कीमत पर स्वयं को पकड़े जाने से बचाने की रहती है, क्योंकि गौ तस्कर जानते हैं कि गौ तस्करी में काम लिया जाने वाला वाहन चोरी का है. इस तरह वाहन को पकड़े जाने के बावजूद भी पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाएगी.
पुलिस की ओर से लावारिस अवस्था में जब्त आइसर कैंटर का चेचिस और इंजन नंबर तस्करों की ओर घिस के मिटा दिया गया था. पुलिस के अनुसार यहां वाहन में बड़ी खराबी होने के बाद दिन निकलने के कारण और पुलिस को आते देख तस्कर मौके से फरार हो गए. पुलिस ने गोवंश अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है.