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लॉकडाउन में रोजी छिनी तो करने लगे बाइक चोरी, चार शातिर शिकंजे में...26 मोटरसाइकिल बरामद - राजस्थान समाचार

अलवर जिले के अरावली विहार थाना पुलिस ने शनिवार को चार बाइक चोरों को पकड़ा है, इसमें एक नाबालिग भी शामिल है. इनके पास से पुलिस ने चोरी की 26 मोटरसाइकिल बरामद की है. साथ ही एक फर्जी नंबर प्लेट व चोरी में काम आने वाली एक मास्टर चाबी भी बरामद की है. लॉकडाउन में नौकरी चली गई, तो इन लोगों ने चोरों के संपर्क में आने के बाद बाइक चोरी करनी शुरू कर दी.

Alwar news, bike thief gang
बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़
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Published : Jun 26, 2021, 6:01 PM IST

अलवर. शहर में लगातार हो रही बाइक चोरी की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने दबिश तेज कर दी है. इसी क्रम में अरावली विहार थाना पुलिस ने एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए चार बाइक चोरों (Bike Thief) को पकड़ा. इनके पास से पुलिस ने चोरी की 26 बाइक बरामद की है. साथ ही एक फर्जी नंबर प्लेट व चोरी में काम आने वाली एक मास्टर चाबी भी बरामद की है.

मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने गैंग का भंडाफोड़ करते हुए राजेंद्र निवासी बंबोली, प्रेमचंद उर्फ धामू निवासी गोविंदगढ़ व मुबारिक निवासी के माला गोविंदगढ़ को गिरफ्तार किया गया और गैंग का चौथा सहयोगी नाबालिग है. पुलिस की पूछताछ में राजेंद्र और प्रेमचंद ने बताया कि वे दोनों ट्रक चलाने व जोधपुर में पत्थर कटिंग का काम करते थे.

पढ़ें: OMG! गांव के बीचो बीच से ATM उखाड़ ले गए बदमाश, 15 लाख रुपए भरे थे...देखें वीडियो

लॉकडाउन में दोनों की नौकरी चली जाने पर घर चलाने में दिक्कत हुई. इसी बीच, दोनों की मुलाकात मुबारिक से हुई. मुबारिक पहले से बाइक चोरी करता था और फिर तीनों मिलकर बाइक चोरी करने लगे. आरोपी दिन भर जिले में घूमते थे. इस बीच सूनसान जगह पर खड़ी नई बाइक को अपना निशाना बनाते थे.

बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़

चोरी की बाइक खरीदने वालों की तलाश में पुलिस

बाइक चोरी करने के बाद ये सप्पी निवासी झातली व पप्पू उर्फ तय्यब निवासी सीकरी को बेच देते थे. पुलिस दोनों बाइक खरीदारों की तलाश में जुटी है. हालांकि पुलिस को अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है. इसके अलावा कई अन्य बाइक चोर व मैकेनिक के बारे में पता चल सकेगा, जो इन चोरी की बाइकों को खरीदते थे. कुछ मैकेनिक चोरी की बाइकों को खरीदकर उनके पार्ट्स अन्य बाइक में लगाते थे. जिससे किसी को चोरी का पता न चल सके. इन आरोपियों ने अब तक 22 बाइक चोरी की है.

बताते चलें कि पुलिस ने बीते दिनों बाइक चोरों का खुलासा करते हुए एक ऐसे गैंग को पकड़ा था, जो गाड़ी की फर्जी आरसी और नंबर प्लेट तैयार करता था. इतना ही नहीं वे लोग गाड़ी के इंजन नंबर भी नए तरह से लिख देते थे. ऐसे में पुलिस को शक है कि इन लोगों का भी ऐसे गैंग से संपर्क हो सकता है.

अलवर. शहर में लगातार हो रही बाइक चोरी की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए पुलिस ने दबिश तेज कर दी है. इसी क्रम में अरावली विहार थाना पुलिस ने एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए चार बाइक चोरों (Bike Thief) को पकड़ा. इनके पास से पुलिस ने चोरी की 26 बाइक बरामद की है. साथ ही एक फर्जी नंबर प्लेट व चोरी में काम आने वाली एक मास्टर चाबी भी बरामद की है.

मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने गैंग का भंडाफोड़ करते हुए राजेंद्र निवासी बंबोली, प्रेमचंद उर्फ धामू निवासी गोविंदगढ़ व मुबारिक निवासी के माला गोविंदगढ़ को गिरफ्तार किया गया और गैंग का चौथा सहयोगी नाबालिग है. पुलिस की पूछताछ में राजेंद्र और प्रेमचंद ने बताया कि वे दोनों ट्रक चलाने व जोधपुर में पत्थर कटिंग का काम करते थे.

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लॉकडाउन में दोनों की नौकरी चली जाने पर घर चलाने में दिक्कत हुई. इसी बीच, दोनों की मुलाकात मुबारिक से हुई. मुबारिक पहले से बाइक चोरी करता था और फिर तीनों मिलकर बाइक चोरी करने लगे. आरोपी दिन भर जिले में घूमते थे. इस बीच सूनसान जगह पर खड़ी नई बाइक को अपना निशाना बनाते थे.

बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़

चोरी की बाइक खरीदने वालों की तलाश में पुलिस

बाइक चोरी करने के बाद ये सप्पी निवासी झातली व पप्पू उर्फ तय्यब निवासी सीकरी को बेच देते थे. पुलिस दोनों बाइक खरीदारों की तलाश में जुटी है. हालांकि पुलिस को अभी तक सफलता हाथ नहीं लगी है. इसके अलावा कई अन्य बाइक चोर व मैकेनिक के बारे में पता चल सकेगा, जो इन चोरी की बाइकों को खरीदते थे. कुछ मैकेनिक चोरी की बाइकों को खरीदकर उनके पार्ट्स अन्य बाइक में लगाते थे. जिससे किसी को चोरी का पता न चल सके. इन आरोपियों ने अब तक 22 बाइक चोरी की है.

बताते चलें कि पुलिस ने बीते दिनों बाइक चोरों का खुलासा करते हुए एक ऐसे गैंग को पकड़ा था, जो गाड़ी की फर्जी आरसी और नंबर प्लेट तैयार करता था. इतना ही नहीं वे लोग गाड़ी के इंजन नंबर भी नए तरह से लिख देते थे. ऐसे में पुलिस को शक है कि इन लोगों का भी ऐसे गैंग से संपर्क हो सकता है.

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