अलवर. मौसम में बदलाव के साथ ही दिवाली पर हुई आतिशबाजी का असर अब नजर आने लगा है. भिवाड़ी बुधवार को प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर (Bhiwadi is the most polluted city of Rajasthan) रहा. भिवाड़ी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 153 दर्ज हुआ. इसमें पीएम 10 की मात्रा 182 यूजी दर्ज हुई. इसके अलावा कोटा, जोधपुर, अजमेर में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है. भिवाड़ी में बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए भिवाड़ी नगर परिषद की तरफ से पानी का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही प्रदूषण विभाग की गाइडलाइन का पालन कराने के प्रयास भी किए जा रहे हैं.
मौसम में बदलाव के साथ ही दिल्ली सहित एनसीआर में स्मॉग का असर अब नजर आने लगा है. साथ ही हाल ही में दिवाली पर हुई आतिशबाजी के कारण प्रदूषण के स्तर में भी बढ़ोतरी हुई है. दिवाली के बाद भिवाड़ी प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. भिवाड़ी एक्यूआई 150, अजमेर 108, अलवर 128, जयपुर 133, जोधपुर 111, कोटा 106, पाली 74 और उदयपुर में एक्यूआई 105 यूजी दर्ज किया गया है. इस हिसाब से भिवाड़ी प्रदेश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है.
बढ़ते प्रदूषण के स्तर को देखते हुए भिवाड़ी नगर परिषद की तरफ से सड़कों और बड़े भवनों पर पानी का छिड़काव शुरू कर दिया गया है. साथ ही ईट भट्टा को बंद करा दिया गया है. क्रेशर व खान कार्यों पर भी अभी रोक लगाई गई है. सड़कों की सफाई नहीं हो रही है. बड़े निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी गई है. मॉल व सोसायटी में लगे बड़े जनरेटर सेट को भी बंद कर दिया गया है. औद्योगिक क्षेत्र की इकाइयों को कंपनी की स्टाफ को गाड़ी से लाने व छोड़ने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही लोगों को भी गाड़ी पूल करके चलने के सलाह दी गई है.
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भिवाड़ी नगर निगम में यूआईटी के अधिकारियों ने कहा कि प्रदूषण विभाग की सभी गाइडलाइन का पालन कराया जा रहा है. सड़कों पर पानी का छिड़काव चल रहा है. इसके अलावा कचरे को जलाने पर रोक लगा दी गई है. जिन गतिविधियों से धूल उड़ती है, उन चीजों पर भी पूरी तरीके से प्रतिबंध लगा दिया गया है. प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम लगातार औद्योगिक इकाइयों की जांच पड़ताल कर रही है. प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. अधिकारियों ने कहा की सभी बड़ी औद्योगिक इकाइयों की चिमनियों को बदलवा दिया गया है. उनकी हाइट बढ़ाई गई है. साथ ही उनमें नई तकनीक भी काम में ली जा रही है.